Maharashtra News: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने दावा किया कि उन्होंने शिवसेना से इसलिए बगावत की, क्योंकि उद्धव ठाकरे ने बाल ठाकरे की विचारधारा को त्याग दिया था. उन्होंने आगे कहा कि उद्धव ठाकरे उन्हें घरेलू नौकर समझने लगे थे. एकनाथ शिंदे ने ये बातें नागपुर के रामटेक में शिवसेना कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करते हुए कही. उन्होंने कहा कि वे कभी सीएम नहीं बनना चाहते थे. लेकिन, बाल ठाकरे की विचारधारा से समझौता होते देख उन्हें यह कदम उठाना पड़ा.
नरेंद्र मोदी को तीसरी बार पीएम बनाना लक्ष्य
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बालासाहेब ठाकरे पार्टी के लोगों को दोस्त की तरह मानते थे. लेकिन, उद्धव ऐसे नहीं थे वो हमें नौकर समझते थे. इस दौरान सीएम शिंदे ने बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा, वो महाराष्ट्र के सीएम हैं इसके बावजूद वो पार्टी के एक कार्यकर्ता की तरह काम करते हैं. उनकी पार्टी में आज की तारीख मे कोई नौकर नहीं है और ना ही कोई मालिक है.
सभी लोग एक-दूसरे का सहयोग कर काम कर रहे हैं. उनकी पार्टी में राजा का बेटा राजा बनेगा ऐसा नहीं है. जो कार्यकर्ता काम करेगा वहीं राजा बनेगा. सीएम शिंदे ने आगे कहा कि पार्टी तब आगे बढ़ती है जब उसके नेता घर बैठने की बजाय कार्यकर्ताओं तक पहुंचते हैं. उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाना है. शिंदे ने इस दौरान महाविकास अघाड़ी गठबंधन पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास इसका का कोई एजेंडा नहीं है.
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