Stock Market: ग्लोबल मार्केट के मिले कमजोर संकेतों के बीच घरेलू शेयर मार्केट में सप्ताह के आखिरी कारोबारी सत्र में शुक्रवार को कोहराम की स्थिति रही. दिन के अंत में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स आज 793.25 अंकों का गोता लगाया और 74244.90 के लेवल पर बंद हुआ. इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का इंडेक्स निफ्टी भी 234.40 अंक लुढ़ककर 22519.40 के लेवल पर बंद हुआ. कारोबारी सत्र के दौरान बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स 0.5 फीसदी कमजोर हो गए. बात करें बैंक निफ्टी की तो यह 422 अंक यानी 0.86 प्रतिशत की गिरावट के साथ 48,564.55 के लेवल पर बंद हुआ.
निवेशकों की सतर्कता का भी असर
खबर के अनुसार, भारतीय बाजार में आज चौतरफा खरीदारी देखने को मिली. आईटी सेक्टर की प्रमुख कंपनी टीसीएस के मार्च तिमाही के आंकड़ों से पहले निवेशकों की सतर्क रूख से भी घरेलू शेयर बाजार की गिरावट आई. शुक्रवार को तेल, गैस, एफएमसीजी और फार्मा कंपनियों के शेयर में बिकवाली दर्ज की गई.
इन स्टॉक्स में उतार-चढ़ाव
निफ्टी पैकेज की बात करें तो आज कारोबार के दौरान डिविज़ लैब, बजाज ऑटो, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, टाटा मोटर्स और TCS के शेयर टॉप पर रहे. जबकि सन फार्मा, मारुति सुजुकी, पावर ग्रिड, टाइटन और ONGCस्टॉक निफ्टी के लूजर्स रहे. इसके अलावा, अमेरिकी डॉलर और 10-वर्षीय ट्रेजरी यील्ड शुक्रवार को अपने पांच महीने के हाई लेवल के करीब ट्रेड कर रही थी. इसको लेकर कहा जा रहा है कि निवेशकों को अब उम्मीद है कि फेड जून से आगे दर में कटौती में देरी करेगा. यह चिंता भी बढ़ रही है कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक दरों में कोई ठोस कटौती नहीं कर सकता है.
विशेषज्ञों की मानें तो फेड द्वारा इस साल अपनी मुख्य फंड दर में 50 BPS से कम की कमी करने की उम्मीद है. ऐसा मालूम होता है कि बाजार में चिंताओं की कोई कमी नहीं है. मुद्रास्फीति और ऊंचे भू-राजनीतिक तनाव के अलावा, बढ़ता भू-राजनीतिक तनाव भी शेयर बाजार के लिए एक बड़ी चिंता का विषय है.
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