पटनाः राष्ट्रीय जनता दल में इस्तीफा देने का क्रम जारी है. इसी कड़ी में RJD के एक और कद्दावर नेता और राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष देवेंद्र प्रसाद यादव ने पार्टी से त्यागपत्र दे दिया है. देवेंद्र यादव ने RJD की प्राथमिक सदस्यता और केंद्रीय संसदीय बोर्ड की सदस्यता से इस्तीफा देने का कारण पार्टी में उनकी उपेक्षा बताया है.
देवेंद्र प्रसाद यादव ने त्यागपत्र देते हुए कहा कि राजद की नीति से वे सहमत नहीं रह गए हैं. राजद में केवल राज के लिए नीति चल रही है, जबकि राज और नीति में सामंजस्य जरूरी है. सिद्धांत के बिना राजनीति का मतलब आत्मा के बिना शरीर है. उन्होंने आगे लिखा मेरी अंतरात्मा कह रही है कि राजद में एक क्षण भी नहीं रहना चाहिए. मालूम हो कि देवेंद्र यादव ने लोकसभा चुनाव में टिकट वितरण में गड़बड़ी का आरोप लगाया था. उन्होंने पूर्णिया में पप्पू यादव को महागठबंधन का टिकट नहीं मिलने पर भी अपनी नाराजगी जाहिर की थी.
मालूम हो कि एक के बाद एक बड़े नेता राजद से त्यागपत्र दे रहे हैं. गत 13 अप्रैल को राजद के वरीय नेता वृषिण पटेल ने इस्तीफा दे दिया था. वृषिण पटेल ने इस्तीफा देते हुए आरजेडी पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने इस्तीफा पत्र में लिखा था कि आरजेडी को समर्पित कार्यकर्ताओं की कोई जरूरत नहीं है. आरजेडी की सामाजिक न्याय और सांप्रदायिक सद्भाव में कोई आस्था नहीं. दुखित मन से आरजेडी के प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं.
मालूम हो कि वृषिण पटेल बिहार के वरिष्ठ राजनीतिज्ञों में से एक रहे हैं और कुर्मी जाति के कद्दावर नेताओं उनकी गिनती होती है. वह बिहार सरकार में मंत्री रहे हैं और पूर्व में सांसद भी रह चुके हैं. आपको बता दें कि वृषिण पटेल से पहले पूर्व राज्यसभा सांसद अशफाक करीम ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. अशफाक करीम जेडीयू में शामिल हो चुके हैं.