Home Loan लेने की है प्लानिंग तो जान लें ये चार्जेज, काम होगा आसान

Raginee Rai
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Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Home Loan: हर किसी का सपना होता है कि उसके पास खुद का एक घर हो. भले ही घर खरीदने के लिए उसे होम लोन ही क्‍यों न लेना पड़े. एक आम आदमी के लिए यह जीवन की सबसे बड़ी खरीदारी होती है. घर खरीदने का सौदा काफी बड़ा होता है, इसके लिए लोग होम लोन का सहारा लेते हैं. आज के समय में लगभग सभी बड़े बैंक और कई सारे एनबीएफसी अपने उपभोक्‍ताओं को होम लोन देते हैं. ऐसे में अगर आप घर खरीदने वाले हैं और इसके लिए होम लोन ले रहे हैं तो आपको होम लोन के साथ लगने वाले चार्जेज के बारे में जरूर जानना चाहिए.

आवेदन शुल्क

होम लोन आवेदन की प्रोसेसिंग के खातिर लिए जाने वाले फीस को एप्लीकेशन फीस या आवेदन शुल्क कहते हैं. चाहे आपको लोन मिले या न मिले, यह फीस लगेगी ही. यह फीस रिंफडेबल नहीं होती है. यदि आप किसी बैंक या एनबीएफसी में लोन आवेदन जमा कर देते हैं और इसके बाद आपका विचार बदल जाता है, तो आपका आवेदन शुल्‍क बर्बाद हो जाएगा. इसलिए आवेदन करने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि आपको किस बैंक या NBFC से लोन लेना है. इसे लोन ऐप्लिकेशन के साथ ही एडवांस में लिया जाता है.

कमिटमेंट फीस

कुछ बैंक या एनबीएफसी लोन की प्रोसेसिंग और मंजूरी हो जाने के बाद एक निर्धारित समय सीमा में लोन नहीं लेने की स्थिति में कमिटमेंट फीस वसूलते हैं. यह एक ऐसा शुल्‍क है जो अवितरित लोन पर वसूली जाती है. यह फीस आमतौर पर मंजूर और वितरित राशि के बीच अंतर के एक प्रतिशत के रूप में वसूला जाता है.

लीगल फीस

आमतौर पर बैंक या एनबीएफसी प्रॉपर्टी की कानूनी स्थिति की छानबीन के लिए बाहरी वकीलों को हायर करते हैं. इसके लिए वकील जो फीस लेते हैं, वह वित्तीय संस्थान अपने ग्राहकों से वसूलते हैं. लेकिन, यदि इस प्रॉपर्टी को संस्थान ने पहले ही कानूनी रूप से मंजूरी दे दी है, तो यह चार्ज नहीं लगता है. आपको संस्थान से पता करना चाहिए कि जिस प्रोजेक्ट में आप इन्‍वेस करने जा रहे हैं, कहीं उसको पहले से मंजूरी मिली तो नहीं है. ऐसा करके आप लीगल फीस बचा सकते हैं.

प्रीपेमेंट पेनाल्टी

प्रीपेमेंट का मतलब है कि लोन लेने वाला पूरा या बाकी लोन अवधि समाप्त होने से पहले ही जमा कर देता है. इससे बैंक को ब्याज दर का घाटा होता है, इसलिए कुछ हद तक इस नुकसान की भरपाई के लिए बैंक पेनल्टी लगाते हैं. अलग-अलग बैंकों में ये चार्ज अलग अलग होते हैं.

मॉर्गिज डीड फीस

यह शुल्‍क होम लोन का सेलेक्‍शन करते समय लगती है. आमतौर पर यह होम लोन के पर्सेंटेज के रूप में होती है और लोन लेने के लिए अदा की जाने वाली कुल शुल्‍क राशि का यह एक बड़ा हिस्सा होती है. कुछ संस्थान होम लोन प्रोडक्ट को अधिक आकर्षक बनाने के लिए यह चार्ज नहीं लगाते हैं.

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