अहमदाबादः अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के फर्जी वीडियो मामले में बड़ी कार्रवाई की है. क्राइम ब्रांच ने कांग्रेस विधायक जिग्नेश मेवाणी के पीए सतीश वंसोला सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है. दूसरा व्यक्ति आम आदमी पार्टी का कार्यकर्ता बताया जा रहा है.
साइबर क्राइम डीसीपी लवीना सिन्हा ने बताया कि इन दोनों आरोपियों ने पालनपुर और लिंकेडा के एक जागरूकता फैलाने वाले वीडियो को एडिट किया था. पुलिस की शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि इन दोनों आरोपी का संबंध राजनीतिक पार्टियों से है. पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि वीडियो कहां से लिया गया और इसे किसने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया.
मामले की जांच कर रही पुलिस
पुलिस यह भी जांच कर रही है कि एडिटिंग किसने की. सतीश वंसोला ने अपने फेसबुक प्रोफाइल पर साझा किया. आरबी बारिया ने अपने फेसबुक हैंडल से वीडियो भी वायरल किया. पुलिस ने अपराध दर्ज कर लिया है. यह वीडियो संपादक के पास कैसे पहुंचा, इसकी जांच चल रही है. तेलंगाना की एक बैठक का वीडियो मिला है.
कांग्रेस विधायक ने बीजेपी पर लगाया आरोप
इस मामले में कांग्रेस विधायक जिग्नेश मेवाणी ने कहा कि सतीश वंसोला मेरे पीए भाई नहीं हैं. मैं और दलित भाई उनके सम्मान के लिए कोई भी लड़ाई लड़ेंगे. बीजेपी चुनिंदा लोगों को निशाना बनाती है. फर्जी खबरें चलाने के लिए बीजेपी आईटी सेल चलाती है.
महाराष्ट्र कांग्रेस (युवा) के सोशल मीडिया हैंडल के खिलाफ केस दर्ज
वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के डीपफेक वीडियो साझा करने के आरोप में महाराष्ट्र कांग्रेस (युवा) के सोशल मीडिया हैंडल के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. इस मामले में मुंबई भाजपा नेता प्रतीक करपे ने मुंबई पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. दरअसल, सोशल मीडिया पर अमित शाह का भाषण देने वाला एक वीडियो काफी तेजी से वायरल हुआ था, जो फर्जी था.