Germany on Russia: यूक्रेन पर हमलों के बाद से ही जर्मनी और रूस के संबंध तनावपूर्ण थे. इसी बीच जर्मनी ने रूस पर साइबर हमले में शामिल होने का गंभीर आरोप लगाया है. शुक्रवार को जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक ने रूस पर आरोप लगाते हुए कहा कि साइबर हमले में रूसी कर्मचारी शामिल थे. विदेश मंत्री ने रूस को चेतावनी देते हुए कहा कि रूस को इसके परिणाम भुगतने होंगे और जर्मनी रूस को नहीं छोड़ेगा.
जर्मनी ने रूस को दी धमकी
विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक ने कहा कि, “रूस के सरकारी हैकर जर्मनी के साइबर जगत में हमले के लिए जिम्मेदार हैं.” विदेश मंत्री ने कहा, “हम कह सकते हैं कि एपीटी28 समूह ने इस हमले को अंजाम दिया जिसे रूस की सैन्य खुफिया सेवा संचालित करती है.” उन्होंने आगे कहा, “यह निश्चित तौर पर बर्दाश्त करने योग्य नहीं है और अस्वीकार्य है और इसके परिणाम भुगतने होंगे.”
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यूरोपीय संघ ने की कड़ी निंदा
एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान जर्मन के गृह मंत्री नैंसी फेजर ने कहा कि, इस तरह के साइबर हमले, “हमारे लोकतंत्र, राष्ट्रीय सुरक्षा और मुक्त समाजों के लिए खतरा हैं. हम रूस से एक बार फिर कहते हैं कि इस तरह की गतिविधियां बंद करे.” वहीं, यूरोपीय संघ ने भी इस मामले की कड़ी निंदा की है.
यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख जोसेप बोरेल ने कहा, “दुर्भावनापूर्ण साइबर अभियान साइबर स्पेस में रूस के लगातार गैरजिम्मेदाराना व्यवहार को दिखाता है, इसमें यूरोपीय संघ और उसके पार के देशों में लोकतांत्रिक संस्थाओं, सरकारी एजेंसियों और अहम बुनियादी ढांचा मुहैया कराने वालों को निशाना बनाया गया है. बोरेल ने यह भी कहा कि यूरोपीय संघ, “साइबर स्पेस में रूस की दुर्भावनापूर्ण रवैये को रोकने, उसका निवारण और जवाब देने के लिए सभी तरह के उपाय करेगा.”