गाजा में हुए विध्वंस पर यूएन ने जताई चिंता, कहा- अगर आज युद्ध हुआ खत्म तो….!

Abhinav Tripathi
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Sub Editor, The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Israel–Hamas war: गाजा में इजराइल हमास युद्ध को लेकर पहली बार संयुक्त राष्ट्र का बयान सामने आया है. संयुक्त राष्ट्र ने युद्ध को लेकर चिंता व्यक्त की है. इस युद्ध को लेकर यूएन ने कहा कि इजराइल के हमले की वजह से गाजा में जैसा विध्वंस हुआ है वैसा दुनिया ने द्वितीय विश्व युद्ध के बाद अभी तक नहीं देखा था.

आगे यह भी कहा गया कि पिछले 7 माह से चल रहे इस युद्ध का सामपन अगर आज हो जाता है तो इजराइल की बमबारी और जमीनी हमले में तबाह हुए मकानों के फिर से निर्माण में कम से कम साल 2040 तक का वक्त लगेगा.

यूएन ने जारी किया बयान

दरअसल, गाजा में इजराइल हमास के बीच युद्ध को लेेकर संयुक्त राष्ट्र ने गुरुवार को एक बयान जारी किया. इस बयान में कहा गया है कि सात अक्टूबर को दक्षिणी इजराइल में हमास के अचानक किए गए हमले के बाद शुरू हुए युद्ध का सामाजिक और आर्थिक प्रभाव तेजी से बढ़ रहा है.

बयान में यूएन ने यह भी कहा कि गाजा की करीब 23 लाख आबादी का पांच प्रतिशत इतने कम समय में हताहत हुआ और यह परेशान कर देने वाला है. जो आकलन सामने आया है उसके अनुसार अप्रैल के मध्य तक 33,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए थे और 80,000 से अधिक घायल हुए थे. वही, इसमें 7,000 से ज्यादा लोग गायब भी हैं. अनुमान जताया जा रहा है कि इसमें से अधिकतर लोग मलबे में दब गए होंगे.

UNDP का ताजा आंकड़ा आया सामने

UNDP यानी संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम के एक अधिकारी अचिम स्टीनर ने कहा, “युद्ध जारी रहने की वजह से गाजा के लोगों और सभी फिलिस्तीनियों को हर दिन भारी कीमत चुकानी पड़ रही है.”

UNDP और पश्चिमी एशिया के लिए जो संयुक्त राष्ट्र आर्थिक आयोग की रिपोर्ट सामने आई है, उससे यह स्पष्ट है कि गाजा में लोगों को किस प्रकार के भयावह स्थिति से गुजरना पड़ रहा है. जब से यहां पर वार शुरु हुआ है, उस समय से अब तक करीब 2,01,000 लोगों की नौकरी खत्म हो गई हैं. वहीं, यहां पर साल 2023 के आखिरी तिमाही में अर्थव्यस्था में करीब 81 फीसदी कमी देखी गई.

चिंताजनक स्थिति में पहुंची गाजा की जीडीपी

अरब देशों के लिए यूएनडीपी के क्षेत्रीय निदेशक अब्दुल्ला अल दरदारी ने संयुक्त राष्ट्र की एक प्रेस कांफ्रेंस में इस रिपोर्ट को दिखाया और कहा कि अनुमान है कि इस युद्ध में गाजा में लगभग 50 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश नष्ट हो गया है वहीं, 18 लाख फिलिस्तीनी गरीबी में चले गए हैं. रिपोर्ट की मानें तो गाजा में संयुक्त राष्ट्र मानव विकास सूचकांक 20 वर्ष से भी ज्यादा पीछे जा चुका है.

इस रिपोर्ट से यह भी पता चलता है कि साल 2024 में गाजा की जीडीपी करीब 51 प्रतिशत तक गिर सकती है. इतना ही नहीं नुकसान का दायरा और बढ़ सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि अभी भी युद्ध जारी है. अभी तक युद्ध में करीब 3,70,000 आवास इकाइयां क्षतिग्रस्त हो गई हैं.

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