Heavy Rain in Brazil: ब्राजील में इस वक्त भारी बारिश और बाढ़ के कारण स्थिति काफी भयावह है. ब्रजील के दक्षिणी राज्य रियो ग्रांडे डो सुल में लगातार भीषण बारिश और भूस्खलन हो रहा है. राज्य के गवर्नर इसको देश के इतिहास का सबसे विनाशकारी बारिश और भूस्खलन बता रहे हैं. ब्राजील मीडिया की रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार इस बारिश और भूस्कलन से मरने वालों की संख्या 37 पहुंच गई है. वहीं, इस आपदा में 74 लोगों के लापता होने की भी जानकारी है. अनुमान जताया जा रहा है कि मरने वालों की संख्या में इजाफा हो सकता है.
राष्ट्रपति ने जताई चिंता
देश के दक्षिणी राज्य रियो ग्रांडे डो सुल में लगातार बारिश और भूस्खलन से लोगों की हालत खराब है. भूस्खलन से घर गिर रहे हैं, बारिश के कारण चारों ओर बाढ़ आ गई है. ढहे हुए पुलों, घरों और सड़कों के बीच कई लोग फंसे हैं. जिसमें से जीवित लोगों को निकालने का प्रयास जारी है. प्रभावित इलाकों में आपातकालीन सर्च अभियान चलाया जा रहा है. हालांकि, इस आपदा में मरने वालों की संख्या में इजाफा हो सकता है. हालात को देखते हुए गवर्नर एडुआर्डो लेइट ने इमरजेंसी की स्थिति घोषित कर दी है.
इस आपदा को लेकर गवर्नर एडुआर्डो लेइट ने कहा कि ये हमारे इतिहास की सबसे खराब आपदा है. इससे निपटने का हर संभव प्रयास हम कर रहे हैं. बचाव अभियान जारी है. हालांकि, अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि इस आपदा में मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है.
वहीं, ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डी सिल्वा ने सभी प्रभावित इलाके के लोगों को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा कि भीषण मौसम की स्थिति के कारण होने वाली समस्याओं को कम करने के लिए मानवीय या भौतिक संसाधनों की कोई कमी नहीं होगी.
राहत और बचाव कार्य में जुड़े सैकड़ों सैनिक
ब्राजील में बारिश और भूस्खलन के कारण स्थिति काफी खराब है. लगातार राहत और बचाव कार्य किया जा रहा है. जानकारी के अनुसार इस बचाव अभियान में 626 सैनिकों के साथ 12 विमानों, 45 वाहनों और 12 नौकाओं को तैनात करके संघीय सहायता पहले ही जुटाई जा चुकी है. सड़कों से मलबा हटाने का काम किया जा रहा है. भोजन, पानी और सोने के लिए गद्दे जैसी मूलभूत सुविधाओं को लोगों तक पहुंचाने का काम किया जा रहा है. सैनिक दिन रात एक कर के राहत और बचाव कार्य में लगे हैं.
इन सब के बीच ब्रजील में राज्य की मुख्य गुइबा नदी के चिंताजनक स्तर तक पहुंचने की आशंका है. अगर नदी का जलस्तर बढ़ता है तो देश के अन्य राज्यों में भी बाढ़ की स्थिति देखने को मिल सकती है. इसको लेकर पहले ही सभी को अलर्ट किया गया है. बारिश के कारण कई इलाकों का संपर्क टूट गया है. इसके साथ जान माल का नुकसान हुआ है. हालात बिगड़ते देख लोगों को प्रभावित इलाकों को खाली करने का निर्देश दिया गया है. कई स्थानों पर लोगों को पीने के लिए पानी भी नहीं मिल रहा है.
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