Hardeep Singh Nijjar Murder Case: हरदीप सिंह निज्जर मर्डर केस में गिरफ्तारी के बाद ये मामला तुल पकड़ते जा रहा है. शुक्रवार को कनाडा पुलिस ने इस मामले में 3 संदिग्धों कमलप्रीत सिंह (22), करण बराड़ (22) और करणप्रीत सिंह (28) को गिरफ्तार किया है. तीनों संदिग्धों को भारतीय नागरीक बताया जा रहा है. अब इस मामले पर भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) का रिएक्शन सामने आया है. भारत पर लगे आरोपों को एस जयशंकर ने बेबुनियाद बताया है और कनाडा पीएम जस्टिन ट्रूडो को भी आड़े हाथों लिया है.
‘कनाडा एक अपवाद है’
हरदीप सिंह निज्जर हत्या मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए एस जयशंकर ने कहा कि, “कनाडा में जो कुछ भी हो रहा है वह ज्यादातर वहां की आंतरिक राजनीति के कारण है और इसका भारत से कोई लेना-देना नहीं है. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो भारत की आलोचना क्यों कर रहे हैं.” उन्होंने कहा कि, “विकसित भारत बनाने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में सुधार के वास्ते देश को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तरह मजबूत और सक्रिय नेता की जरूरत है.”
एस जयशंकर ने आगे कहा, “वैश्विक स्तर पर भारत की छवि अब पहले की तुलना में बहुत बेहतर है… कनाडा एक अपवाद है. आपने देखा है कि विभिन्न देशों के नेतृत्व, भारत और उसके प्रधानमंत्री की प्रशंसा करते हैं. खालिस्तान समर्थकों का एक वर्ग कनाडा के लोकतंत्र का इस्तेमाल कर रहा है, लॉबी बना रहा है और एक वोट बैंक बन गया है.”
ट्रूडो को भी आड़े हाथों लिया
एस जयशंकर ने कहा कि, “कनाडा में सत्तारूढ़ दल के पास संसद में बहुमत नहीं है और कुछ दल खालिस्तान समर्थक नेताओं के भरोसे हैं. हमने उनसे कई बार कहा कि वे ऐसे लोगों को वीजा, मान्यता या राजनीतिक क्षेत्र में जगह नहीं दें जो उनके (कनाडा के) लिए, हमारे लिए और हमारे संबंधों में समस्या पैदा कर रहे हैं, लेकिन कनाडा सरकार ने कुछ नहीं किया.” विदेश मंत्री ने कहा, भारत ने 25 लोगों के प्रत्यर्पण की मांग की, जिनमें से अधिकांश खालिस्तान समर्थक हैं लेकिन उन्होंने कोई ध्यान नहीं दिया.
ये भी पढ़ें- पाकिस्तानी मूल के सादिक खान को लंदन मेयर चुनाव में मिली बड़ी जीत, तीसरी बार बने मेयर
कनाडा के प्रधानमंत्री ट्रूडो ने पिछले साल सितंबर में भारतीय एजेंटों पर निज्जर की हत्या में ‘संभावित रूप से’ शामिल होने का आरोप लगाया था जिसके बाद भारत और कनाडा के संबंधों में तनाव आ गया था. भारत ने ट्रूडो के आरोपों को खारिज कर दिया था. कनाडा ने कोई सुबूत नहीं दिया. वे कुछ मामलों में हमारे साथ कोई सबूत साझा नहीं करते, पुलिस एजेंसियां हमारे साथ सहयोग नहीं करतीं. भारत पर आरोप लगाना उनकी राजनीतिक मजबूरी है. कनाडा में चुनाव होने वाले हैं और वे वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं. एस जयशंकर ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री का कई देशों के प्रमुख काफी सम्मान करते हैं.
एस जयशंकर ने की पीएम मोदी का तारीफ
विदेश मंत्री ने कहा, ‘हाल में, प्रशांत महासागर क्षेत्र के एक देश के प्रधानमंत्री ने मोदी के पैर छुए थे जबकि आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने मोदी को ‘बॉस’ कहा था. यहां तक कि (अमेरिका के) राष्ट्रपति (जो) बाइडन ने मोदी की लोकप्रियता का कारण जानना चाहा था.’ एस जयशंकर ने कहा, ‘मोदी जी के (केंद्र की सत्ता में) आने के बाद चीजें बदल गई हैं. आपने उरी, बालाकोट देखा. इसलिए, हमने आज यह बिल्कुल स्पष्ट कर दिया है कि पाकिस्तान से प्रायोजित आतंकवाद, सीमा पार से होने वाले आतंकवाद के किसी भी खतरे को भारत की ओर से उपयुक्त जवाब मिलेगा.
चीन को लेकर कही ये बात
विदेश मंत्री ने चीन संग विवादों को लेकर कहा, “पिछले चार साल में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर बड़ी संख्या में सैनिक लाकर हम पर दबाव बनाने की कोशिश की गई है. हमने इसका बहुत मजबूती से मुकाबला किया है. आज हजारों की तादाद में सैनिक तैनात हैं. भारतीय सेना की टुकड़ियां चीन के साथ एलएसी की लाइन पर तैनात हैं. जब राष्ट्रीय सुरक्षा की बात आती है, तो मोदी सरकार कभी समझौता नहीं करेगी.”