Mother’s Day 2024: हर साल मई महीने के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाया जाता है. ऐसे में इस साल यानी 2024 ये 12 मई को मनाया जाएगा. आखिर मां ही होती है, जो अपने बच्चों के साथ हर कदम पर साथ खड़ी रहती है, चाहें वो दुख हो या सुख. ऐसे में किसी एक दिन को मां के नाम समर्पित करना काफी नहीं है. इसके बावजूद मां के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए इस दिन को सेलिब्रेट किया जाता है. तो आइए मदर्स डे के इस मौके पर जानते है कि आखिर मातृत्व दिवस मनाने के पीछे की वजह क्या है और इसको कब से इस दिन को मनाने की शुरुआत हुई थी.
Mother’s Day मनाने का इतिहास
मातृत्व दिवस मनाने की शुरुआत अमेरिकन महिला एना जॉर्विस ने की थी. एना जॉर्विस एक शांति कार्यकर्ता थी, जो अपनी मां एन रीव्स जार्विस का सम्मान करना चाहती थीं. जिसके लिए एना ने वेस्ट वर्जीनिया में एक मेमोरियल रखा और मई महीने के दूसरे संडे को मदर्स डे की मान्यता दिलवाने के लिए अभियान चलाया.
जिसके बाद अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति वुड्रो विल्सन ने 1914 अमेरिकी संसद में कानून पास करके हर साल मई महीने के दूसरे संडे को मदर्स डे मनाने का फैसला लिया गया. तब से अमेरिका, यूरोप और भारत समेंत कई देशों में मदर्स डे धूमधाम के साथ मनाया जाने लगा.
मदर्स डे मनाने का उद्देश्य
एना जॉर्विस को अपनी मां से बहुत ज्यादा प्यार और लगाव था. वो अपनी मां से बहुत इंस्पायर हुआ करतीं थीं और उन्होंने अपनी मां की मृत्यु के बाद शादी न करने का फैसला लिया. एना ने अपना सारा जीवन अपनी मदर के नाम करने का संकल्प लिया और अपनी मां को सम्मान देने के उद्देश्य से मदर्स डे की शुरूआत की. इसके लिए एना ने ऐसी तारिख को चुना जो उनकी मां की पुण्यतिथि 9 मई के आस-पास ही पड़े.
बता दें कि यूरोप में मदर्स डे को मदरिंग संडे (Mothering Sunday) कहा जाता है, जबकि ईसाई समुदाय से लोग इस दिन को वर्जिन मेरी के नाम से भी पुकारते हैं.
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