Solar Storm: करीब दो दशकों से भी अधिक वक्त के बाद शुक्रवार को सबसे शक्तिशाली सौर तूफान पृथ्वी से टकराने वाला है, जिसे लेकर अमेरिकी वैज्ञानिकों ने चिंता जताई है. अमेरिका की वैज्ञानिक एजेंसी नेशनल ओशनिक एंट एटमास्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) ने इस तूफान को लेकर कहा कि है सौर तूफान का पृथ्वी से टकराने से सैटेलाइट्स के लिए काफी मुश्किलें पैदा हो सकती है. इसके साथ ही पावर ग्रिड, कम्यूनिकेशन नेटवर्क और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के लिए खतरा पैदा हो सकता है.
कब आएगा सौलर तूफान?
अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार की रात और हफ्ते के आखिरी में यह सौर तूफान धरती से टकराएगा, जिससे अमेरिकी एजेंसी की चिंता बढ़ी हुई है. वहीं, वेदर प्रेडिक्शन सेंटर के अनुसार, ऐसा सौर तूफान दशकों पहले अक्टूबर 2003 में देखा गया था. इसके बाद से ऐसी खगोलीय घटना बीते इन 20 साल में कभी नहीं देखी गई.
Solar Storm: बढ़ेंगे यह खतरे
रिपोर्ट के अनुसार, यह भू-चुंबकीय तूफान अपने पीक लेवल तक बढ़ गया है, जिसे स्पेस वेदर प्रेडिक्शन सेंटर ने 5 में से 5 रेटिंग दी है. बताया जा रहा है कि इस खगोलिय घटना के होने से कम्यूनिकेशन नेटवर्क, सैटेलाइट संचालन के साथ ही हाई फ्रिक्वेंसी रेडियो वेव का खतरा बढ़ सकता है.
इस तूफान को लेकर वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि सूर्य से निकलने वाली रेडिएशन और कोरोनल मास इजेक्शन में वृद्धि से पृथ्वी पर संचार बाधित हो सकता है. इसके अलावा, जीपीएस सिस्टम, अंतरिक्ष यान और अंतरिक्ष यात्रियों को भी इससे काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है.
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