UP News: अपर मुख्य सचिव कृषि डॉ. देवेश चतुर्वेदी की अध्यक्षता में कृषि विभाग द्वारा वित्त पोषित दृष्टि एफ पीओ (कृषि उत्पादक संगठन) की कार्यशाला आज कृषि भवन में आयोजित की गई, जिसमें कुल 44 एफपीओ ने प्रतिभाग किया. इन सभी के पास 500 टन क्षमता के बीज भंडारण हेतु गोदाम एवं 1 टन प्रति घंटा क्षमता के बीज विधायन संयंत्र की स्थापना कृषि विभाग के द्वारा 60 लख रुपए अनुदान की सहायता देकर कराया गया है. इन कृषि उत्पादक संगठन के द्वारा प्रदेश में बीज उत्पादन से लेकर विधायन के कार्य कराए जा रहे हैं.
कृषि उत्पादक संगठन को कैसे बनाया जाए और मजबूत?
कृषि उत्पादक संगठन को कैसे और मजबूत बनाया जाए इसके बारे में विस्तार से अपर मुख्य सचिव द्वारा बताया गया. उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद विशेष अभियान चलाकर इनको बीज, उर्वरक, कीटनाशी रसायन के लाइसेंस दिलाने के कार्य कराए जाएंगे. बैंक के द्वारा इनको वर्किंग कैपिटल उपलब्ध कराने के कार्य परियोजना बनाकर शीघ्र ही पूर्ण कराया जाएगा. दलहन और तिलहन के क्षेत्र में जो एफपीओ कार्य करेंगे, जो बीज उत्पादन का कार्य करेंगे, उन सभी के द्वारा उत्पादित बीज को बीज विकास निगम के द्वारा सत प्रतिशत क्रय कर लिया जाएगा. इसी प्रकार से जो भी कृषि उत्पादक संगठन मक्का एवं श्री अन्न के बीज को उत्पादित करेगा, उनके बीज को भी बीज विकास निगम क्रय करेगा.
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ढैंचा के बीज के उत्पादन को भी निगम के द्वारा क्रय किया जाएगा. कृषि उत्पादक संगठन के साथ बीज विकास निगम का एक करार भी संपादित किया गया है. दलहन, तिलहन एवं श्री अन्न के बीज उत्पादन में एफपीओ को इंसेंटिव भी अलग से उपलब्ध कराई जाएगी. उत्तर प्रदेश में एफपीओ के लिए बनाए गए शाक्ति पोर्टल के माध्यम से सभी की रेटिंग की गई है. उत्तर प्रदेश के मॉडल को राष्ट्रीय स्तर पर भी सराहा गया है और कहा गया कि यूपी के मॉडल को पूरे देश में अपनाया जाए. इस अवसर पर सभी कृषि उत्पादक संगठन द्वारा भी अपने-अपने अनुभव एवं अपने व्यवसाय में आ रही कठिनाइयों के बारे में इस कार्यशाला में अवगत कराया गया.
कार्यशाला में बैंक के सभी बैंकर्स भी उपलब्ध रहे, उन लोगो द्वारा भी अवगत कराया गया कि किस प्रकार से परियोजनाएं बनाकर आप सभी वर्किंग कैपिटल का लाभ ले सकते हैं. कृषि निदेशक उत्तर प्रदेश डॉ. जितेंद्र कुमार तोमर ने विस्तार से कृषि विभाग के द्वारा संचालित अन्य विभिन्न योजनाओं का कन्वर्जेंस किस प्रकार से एफपीओ को कराया जा रहा है उसकी जानकारी दी तथा सभी कृषि उत्पादक संगठन को आने वाले समय में सगन रूप से मॉनिटरिंग करते हुए उन्हें लाभकारी बनाने के लिए बीज उत्पादन से लेकर व्यापार तक किस प्रकार से सुविधाए उपलब्ध कराई जाएंगी इसकी विस्तार से चर्चा किया गया. श्री अन्न के सीड मनी को प्रात करने की सुविधा इत्यादि की जानकारी भी सभी को उपलब्ध कराई गई.
कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश बीज विकास निगम के प्रबंध निदेशक डॉ. पंकज त्रिपाठी ने भी अपने विचार रखें, एसपी सिंह, निदेशक राज्य बीज प्रमाणीकरण संस्था ने भी सभी को बीज उत्पादन एवं प्रमाणीकरण के बारे में सारी जानकारी को विस्तार से अवगत कराया. पीयूष कुमार शर्मा सचिव उपकार के द्वारा भी किसानों को महत्वपूर्ण जानकारी दी गई. कार्यक्रम में अपर कृषि निदेशक बीज एवं प्रक्षेत्र अरविंद कुमार सिंह द्वारा भी श्री अन्न योजना के बारे में जानकारी दिया गया कि किस प्रकार से सभी लोग सीड मनी, प्रोसेसिंग प्लांट, श्री अन्न के आउटलेट इत्यादि का लाभ प्राप्त कर सकते हैं. कार्यक्रम में अपर कृषि निदेशक प्रसार आरके सिंह, संयुक्त कृषि निदेशक दलहन बृजेश चंद्र, संयुक्त कृषि निदेशक ब्यूरो डॉ आशुतोष कुमार मिश्र सहित सभी वरिष्ठ अधिकारियों तथा एफपीओ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सहित सभी बैंकर्स के प्रतिनिधियों ने भी प्रतिभागी किया.
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