China Russia Relations: शी जिनपिंग से मुलाकात करने चीन पहुंचे रुसी राष्ट्रपति पुतिन, टेंशन में नाटो-अमेरिका…!

Shubham Tiwari
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Sub Editor The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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China Russia Relations: व्लादिमीर पुतिन ने हाल ही में पांचवीं बार रूस के राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली है. पांचवी बार राष्ट्रपति निर्वाचित होने के बाद पुतिन पहली बार आज विदेश दौरे पर हैं. बता दें कि रुस युक्रेन युद्ध के बीच पुतिन आज यानी गुरुवार को चीन पहुंच गए हैं. इस दौरान पुतिन चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात करेंगे. पुतिन जिनपिंग की मुलाकात पर पूरी दुनिया की नजरें हैं.

छह माह के भीतर दूसरी बार चीन दौरे पर पुतिन

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पांचवी बार राष्ट्रपति की शपथ लेने के बाद पहला विदेश दौरा चीन का लिया. पुतिन छह माह के भीतर दूसरी बार बीजिंग दौरे पर आए हैं. वह दो दिवसीय चीन के दौरे पर हैं. पुतिन का चीन जानें का फैसला चर्चा में बना हुआ है. तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. क्रेमलिन इस दौरे को ऐतिहासिक बता रहा है. हालांकि, अभी ये स्पष्ट नहीं है कि दोनों नेताओँ की मुलाकात में क्या होने वाला है, लेकिन इस दौरे पर पूरी दुनिया की नजरें बनी हुई है. नाटों-अमेरिका इस दौरे से परेशान है.

गौरतलब है कि रुसी राष्ट्रपित ऐसे समय में चीन पहुंचे हैं, जब यूक्रेन से युद्ध चल रहा है. माना जा रहा है कि इस दौरे में दोनों देशों के बीच यूक्रेन को लेकर भी बातचीत होगी. पश्चिम के साथ रूस के तनाव और यूक्रेन के साथ चल रहे युद्ध के बीच दुनिया की दो बड़ी शक्तियों की मुलाकात बहुत अहम मानी जा रही है. चीन और रुस में लगातार बढ़ती नजदीकी से अमेरिका की बेचैनी बढ़ गई है

चीन पहुंचने के बाद पुतिन ने क्या कहा?

यूक्रेन से युद्ध के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आज गुरुवार को चीन पहुंच गए हैं. चीन पहुंचने के बाद पुतिन ने शी जिनपिंग की सराहना करते हुए कहा, “राष्ट्रीय हितों और आपसी विश्वास के आधार पर रूस के साथ रणनीतिक साझेदारी के निर्माण में जिनपिंग ने अहम भूमिका निभाई है. दोनों देशों के बीच स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप की वजह से ही मैंने एक बार फिर रूस के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद चीन का सबसे पहला दौरा करने का फैसला किया. हम उद्योग, उच्च तकनीक, स्पेस, न्यूक्लियर एनर्जी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और इनोवेटिव सेक्टर में सहयोग को और बढ़ाने की कोशिश करेंगे.”

पुतिन को चीन से क्या चाहिए?

पुतिन के चीनी दौरे को लेकर हर देश की नजरें टिकी हुई हैं कि आखिर ये दो शीर्ष नेता आज क्या कुछ करने वाले हैं. माना जा रहा है कि पुतिन और जिनपिंग आज व्यापक साझेदारी और रणनीतिक सहयोग से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करेंगे. इसके अलावा, पुतिन चाहते हैं कि यूक्रेन जंग के कारण रूस की अर्थव्यवस्था को जो नुकसान पहुंचा है, उसकी भरपाई चीन से हो जाए. इस दौरान कई द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे. इस यात्रा के दौरान पुतिन चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग के साथ भी मुलाकात करेंगे. पुतिन बीजिंग के अलावा हार्बिन शहर का दौरा भी करेंगे.

टेंशन में आया नाटो

रुसी राष्ट्रपति के चीन दौरे से नाटो भी घबरा गया है. नाटो चीफ जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने कहा, “जो आज यूक्रेन में हो रहा है, आज ताइवान में हो सकता है, ये मेरी मजबूत राय है कि अमेरिका को यूक्रेन को हर हाल में सपोर्ट करते रहना होगा. ये अपनी ही सुरक्षा के लिए एक निवेश की तरह है.”

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