UK में सामान्य से 75 प्रतिशत ज्यादा हुए Norovirus के मामले, जारी की गई काम पर न जाने की वॉनिंग

Aarti Kushwaha
Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Must Read
Aarti Kushwaha
Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Norovirus Cases: इन दिनों यूनाइटेड किंगडम में नोरोवायरस के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं. यूके हेल्थ सिक्योरिटी एजेंसी के ओर से जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, यहां नोरोवायरस के मामले सामान्य से 75 फीसदी अधिक हो गए है. एक रिपोर्ट के अनुसार, सिर्फ अप्रैल के महीने में ही सामने आए मामले पांच सीजन के औसत से 75 प्रतिशत अधिक है.

आपको बता दें कि नोरोवायरस यह बेहद संक्रामक वायरल बीमारी है. जिसके चपेट में आने से छोटे बच्चों, बुजुर्गो या ऐसे लोगों को जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है, उनमें डिहाइड्रेशन की समस्या हो जाती है.  इसके अलावा, नोरोवायरस से ग्रसित लोगों को उल्टी और डायरिया की समस्या भी हो सकती है. इसीलिए यूके में यह वार्निंग जारी कर दी गई है कि अगर किसी को यह बीमारी है तो वह ऑफिस न जाए क्योंकि यह बेहद संक्रामक बीमारी है.

ब्लीच बेस्ड प्रोडक्ट्स का करें इस्तेमाल

वहीं, एक्सपर्ट्स का कहना है कि इलाज के बाद लक्षण खत्म हो जाने के बाद भी आपको काम पर जाने या बाकी लोगों के लिए खाना बनाने के लिए कम से कम 2 दिनों का इंतजार करना होगा. जबकि इससे संक्रमित लोगों को अस्पताल या किसी और सार्वजनिक जगहों पर जाने की भी मनाही है. इस बीमार से ग्रसित लोगों को गर्म पानी और साबुन से हाथ धोने के लिए और साफ-सफाई करने में ब्लीच बेस्ड प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने के लिए कहा गया है.

Norovirus: क्या हैं लक्षण, कैसे करें बचाव?

दरअसल, नेशनल हेल्थ सर्विसेज (NHS) की वेबसाइट के मुताबिक, यदि कोई व्‍यक्ति अचानक बीमार पड़ जाता है, इसके साथ ही उसे वॉमिटिंग और डायरिया की समस्या होती है, तो उसके नोरोवायरस से संक्रमित होने की संभावना हो सकती है. इसके लक्षणों में बीमार महसूस करना, डायरिया, वॉमिटिंग, बुखार और सिर में दर्द के साथ बाहों और पैरों में दर्द आदि शामिल हैं.

Norovirus: कोई स्पेसिफिक दवा नहीं…

इस बीमारी से संक्रमित होने पर आपको पर्याप्त मात्रा में लिक्विड पीना चाहिए, जिससे डिहाइड्रेशन से बचा जा सके. हैरान करने वाली बात तो ये है कि नोरोवायरस के इलाज के लिए अभी तक कोई स्पेसिफिक दवा नहीं बनी है. वहीं, एंटीबायोटिक्स भी इससे लड़ने में मदद नहीं करतीं क्योंकि ये बैक्टीरिया के खिलाफ काम करती हैं, वायरस के नहीं.

इसे भी पढ़े:- भारत का सबसे बड़ा ChatGPT जैसा AI ‘हनुमान’ लॉन्च, देसी-विदेशी समेत 98 भाषाओं में देगा जवाब

 

Latest News

Israel-Hezbollah War: इजरायल ने लेबनान पर किया भयंकर हमला, 47 लोगों की गई जान

Israel-Hezbollah War: इजरायल ने पूर्वी लेबनान में बड़ा विनाशकारी हमला किया है. इस हमले में 47 लोगों की जान...

More Articles Like This