आखिर क्यों मनोज बाजपेयी 25 साल से हैं राजनीति से दूर, खुद किया खुलासा

साल 1994 में मनोज बाजपेयी ने फिल्म द्रोहकाल में सिर्फ एक मिनट के रोल से अपना करियर शुरू किया.

आज अभिनेता मनोज बाजपेयी अपने अभिनय और कला के दम पर सिनेमा जगत में धूम मचा रहे हैं. 

मनोज बाजपेयी, फिल्म 'भैयाजी' से धूम मचाने आ रहे हैं. ये फिल्म 24 मई को बड़े पर्दे पर रिलीज होगी. इस चुनावी सीजन में एक्टर ने अपने राजनीतिक करियर को लेकर भी बात की.

मनोज बाजपेई ने बताया कि अपने तीन दशक के करियर में उन्होंने खुद में कई बदलाव महसूस किए. एक्टर ने बताया कि 5-6 साल जब आप लगातार काम कर लेते हैं.

ऐसे में कैमरों के बीच शूटिंग करने और देखने से अपने किरदार पर काम करने का आपको नजरिया बदल जाता है.

इसके आलावा अभिनय का तरीका भी बदलता है. मेरे मुताबिक अगर एक्टर बदल रहा है, इसका मतलब कि उसके अंदर का इंसान विकास कर रहा है.

मनोज बाजपेई ने कहा कि राजनीतिक प्रस्ताव मुझे आज नहीं, बल्कि बीते 25 साल से आ रहे हैं. मैं किसी भी प्रस्ताव को इग्नोर नहीं करता हूं.

हालांकि, बड़ी विनम्रता से सामने वाले को ना बोल देता हूं. ऐसा इसलिए क्योंकि राजनीति मेरा सपना ही नहीं रहा. मेरा सपना तो हमेशा से एक्टिंग ही रहा है.

मनोज बाजपेई ने बताया, 'थिएटर तो हमेशा पैसे और बाक्स आफिस से ही चलता रहा है. मार्केट बस एक फार्मूला ढूंढता है. इसी से निवेशकों का विश्वास बढ़ता है.' 

'मैं फलां फिल्म के लिए सौ रुपये लगा रहा हूं, तो मेरे पास सौ रुपये वापस आ जाएंगे. अगर आप देखेंगे तो आज फिल्मों की सफलता का रेसियो बहुत कम है.'