Ebrahim Raisi Helicopter Crash: 19 मई, 2024 को ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर हादसे में मौत हो गई. इस घटना में राष्ट्रपति के साथ उनके विदेश मंत्री समेत 9 लोगों ने अपनी जान गवां दी. राष्ट्रपति के निधन के बाद अब कई बड़े सवाल उठ रहे हैं कि क्या ये महज एक हादसा था या इसके पीछे कोई सोची समझी साजिश थी? ऐसा माना जा रहा है कि अगर इस हादसे में इजरायल का हाथ है, तो हालात काफी भयावह हो सकते हैं. वहीं, साजिश से जुड़ी कुछ थ्योरी भी सामने आईं हैं.
इब्राहिम रईसी की मौत के बाद ये सवाल उठ रहे कि ईरान वापस आने के लिए 3 चॉपर्स ने एक साथ उड़ान भरी थी, लेकिन जिसमें राष्ट्रपति थे, वही हेलीकॉप्टर रास्ते में कैसे लापता हो गया?
जिस हेलीकॉप्टरों में इब्राहिम रईसी थे, वो बाकी तीनों चॉपर में से सबसे अच्छा था. ऐसे में खराब मौसम में केवल उनके ही चॉपर से संपर्क क्यों टूटा?
हादसे के दौरान ऐसा क्या हुआ कि ईरान को इब्राहिम रईसी तक पहुंचने में 12 घंटे से अधिक समय लगा?
इस हादसे के बाद कई सवाल उठ रहे हैं. वहीं, हादसे से जुड़ी साजिश वाली कुछ थ्योरी भी सामने आई हैं.
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इस घटना के पीछे खराब मौसम बताया गया, लेकिन तकनीकी गलती होने की भी आशंका है.
इब्राहिम रईसी के निधन के बाद ऐसा माना जा रहा है कि अगर इस हादसे में इजरायल का हाथ हुआ तो, हालात भयावह हो सकते हैं.
लंबे समय से ईरान-इजरायल के संबंधों में तनातनी चल रही थी. ऐसे में साजिश में मोसाद-इजरायल जैसे शब्द जोड़े जा रहे हैं.
साजिश से जुड़ी पहली थ्योरी- 1 अप्रैल, 2024 को इजरायल ने सीरिया के दमिश्क में ईरानी कॉन्सुलेट पर एयरस्ट्राइक की थी, जिसमें ईरानी सेना ने अपनी जान गवां दी थी. वहीं, ईरान ने इजरायल को करारा जवाब देने के लिए 13-14 अप्रैल को इजरायल पर 300 से अधिक ड्रोन और मिसाइल दागे, जिसके बाद इजरायल ने ईरान को इसका खामियाजा भुगतने की धमकी दी थी.
साजिश से जुड़ी दूसरी थ्योरीः ऐसा कहा जाता है कि साल 1948 में कुछ देशों ने इजरायल को मान्यता नहीं दी थी, लेकिन सिर्फ ईरान ने ही इजरायल को मान्यता दी. जिसके बाद 1979 तक दोनों मुल्कों के बीच संबंध काफी अच्छे थे. हालांकि, ईरान में इस्लामिक क्रांति के बाद सबकुछ बदल गया.