Russia proposal rejected: अंतरिक्ष में हथियार भेजने और सैन्य गतिविधियों पर पूरी तरह से रोक लगाने वाले रूस का प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने खारिज कर दिया है. क्योंकि इस प्रस्ताव के पक्ष में सिर्फ 7 ही वोट मिले थे, जबकि प्रस्ताव को पास होने के लिए कम से कम 9 वोटों का मिला आवश्यक था. इस प्रस्ताव पर बहस के दौरान अमेरिका ने कहा कि रूस ने पिछले सप्ताह एक उपग्रह प्रक्षेपित किया था जो अंतरिक्ष में हथियारों की तैनाती का हिस्सा हो सकता है.
अमेरिका का पक्ष
रूस के इस प्रस्ताव को लेकर अमेरिका और उसके सहयोगियों का कहना है कि 15 सदस्यीय परिषद में सोमवार को जिस प्रस्ताव पर चर्चा हुई उसका मकसद केवल रूस की अंतरिक्ष में हथियारों की तैनाती की वास्तविक मंशा से विश्व का ध्यान भटकाना है. वहीं, अमेरिकी उपराजदूत रॉबर्ट वुड ने परिषद को बताया कि ”आज हमारे सामने रखा गया प्रस्ताव और कुछ नहीं बल्कि रूस की ध्यान भटकाने की पराकाष्ठा है.”
रूस का तर्क
हालांकि संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजदूत वासिली नेबेंजिया ने इस तथ्य को खारिज किया कि उनका देश दुनिया को गुमराह करने का प्रयास कर रहा है. उन्होंने कहा कि इस प्रस्ताव पर मतदान हमारे पश्चिमी सहयोगियों के लिए सच सामने लाने वाला एक महत्वपूर्ण क्षण है. इस प्रस्ताव का चीन समेत अन्य देशों ने समर्थन किया था. रूसी राजदूत ने कहा कि यदि वो इस प्रस्ताव का समर्थन नहीं करते हैं तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि उनका मुख्य मकसद खुद को बाहरी अंतरिक्ष में हथियारों की तैनाती के संबंध में आजाद रखने का है.
दो प्रस्तावों में बटा परिषद
आपको बता दें कि सभी राष्ट्र का कहना है कि वो हथियारों को अंतरिक्ष से दूर रखना चाहते हैं और परिषद के सदस्य देशों ने भी सोमवार को इसे दोहराया है, हालांकि जब बात मतदान की आती है तो परिषद रूस और अमेरिका के प्रस्तावों पर दो भागों में बंट गया और स्विट्जरलैंड मतदान प्रक्रिया से नदारद रहा. रूस का यह प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र के नियमों के तहत गिर गया क्योंकि उसे जरूरी नौ मत नहीं प्राप्त हुए.
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