हज यात्रा पर भूलकर भी न करें ये गलती, वरना हो सकती है जेल

इस्लाम का आखिरी और पांचवा स्तम्भ हज है, जो एक अरबी शब्द है. इसका मतलब है किसी जगह के लिए निकलने का इरादा करना.

21 मई से हज यात्रा की शुरुआत हो गई है. अब 27 मई तक हाजी अल्लाह की इबादत करने सऊदी अरब पहुंचेंगे.

हज यात्रा पर यात्रियों को कुछ चीजों को करने की सख्त मनाही है, वरना जेल की हवा खानी पड़ सकती है.

आइए आपको बताते हैं हज यात्रा पर किन कामों को भूलकर भी नहीं करना चाहिए...

हज यात्रा पर यात्रियों को किसी भी तरह की व्यवसायिक गतिविधि करने की मनाही है. अगर कोई ये काम करता है, तो उसे हिरासत में ले लिया जा सकता है.

मक्का-मदीना में झंडा या कोई भी बैनर लगाना, नारेबाजी करना सख्त मना है. ऐसा करने पर भारी जुर्माना लग सकता है.

पवित्र मजिस्दों के फर्श पर पड़ी दूसरों की चीजों को भूलकर भी नहीं उठाना चाहिए. ऐसा करने पर आपको गिरफ्तार किया जा सकता है.

सउदी सुरक्षा कर्मियों के साथ झगड़ा, बसह करना सऊदी के कानूनों के तहत वर्जित है.