International News: पाकिस्तान में एक बार फिर शनिवार को धार्मिक हिंसा भड़क गई. इस दौरान भीड़ द्वारा ईसाईयों के साथ मारपीट की गई और उनके घर में आग लगा दी गई. आरोप है कि ईसाई धर्म के लोगों ने कुरान का अपमान करते हुए धार्मिक भावनाओं को आहत किया. जिसके बाद ये हमला हुआ.
दरअसल, पूर्वी पाकिस्तान के सरगोधा जिले में बीते शनिवार को धार्मिक हिंसा भड़कने से हालात बिगड़ गए. इस हिंसा में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ईसाइयों पर हमला किया. उन के घरों में गुस्साई भीड़ ने आग लगा दी और सामान लूटा. यह हिंसा धार्मिक भावना को आहत करने के आरोप में भड़की. इस दौरान मुस्लिम भीड़ ने ईसाई धर्म की बस्ती पर भी हमला किया.
जानिए कैसे शुरू हुआ विवाद
ज्ञात हो कि पूर्वी सरगोधा जिले के पुलिस प्रमुख शारिक कमल ने जानकारी देते हुए बताया कि ईसाई समूह पर धार्मिक भावना आहत करने का आरोप लगाने वाली भीड़ ने पुलिस पर भी हमला किया पुलिस पर भीड़ ने पत्थर और ईंटें फेंकीं. गुस्साई भीड़ ने एक घर और एक छोटी जूता फैक्ट्री में आग लगा दी. मुस्लिम पक्ष द्वारा आरोप लगाया गया कि ईसाई लोगों ने मुस्लिम धर्म की पवित्र पुस्तक, कुरान का अपमान किया और कथित रूप से एक 70 साल के ईसाई ने कुरान जला दिया. जिसके बाद मुस्लिम समुदाय के लोग भड़ गए और ईसाई बस्ती पर हमला कर दिया. इस दौरान मुस्लिमों द्वारा ईसाइयों को बुरी तरह पीटा गया.
पुलिस ने की कार्रवाई
सरगोधा जिले के पुलिस प्रमुख शारिक कमल ने बताया कि पुलिस की एक बड़ी टुकड़ी ने बस्ती को घेर लिया है और भीड़ को पीछे धकेल दिया गया है. इस हमले के बाद ईसाई समुदाय के एक सदस्य को अस्पताल ले जाया गया, बाद में उसकी हालत स्थिर बताई गई. वहीं, पुलिस अधिकारी असद मल्ही ने बताया कि प्रदर्शनकारियों में से लगभग 25 को गिरफ्तार कर लिया गया है, साथ ही ईसाई समुदाय के सदस्यों को गुस्साई भीड़ से बचाने में 11 पुलिस अधिकारियों को चोटें आईं. पुलिस ने बताया कि देर शाम तक हालात स्थिर हो गए थे और दोनों पक्षों के नेताओं ने शांति की अपील की.
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