लौटने वाली हैं दुनिया की सबसे खतरनाक मकड़‍ियां! वैज्ञानिकों ने जारी की चेतावनी

अमेरिका से बड़ी खबर आ रही है. अमेरिकी वैज्ञानिकों ने घातक ब्लैक विडो मकड़ी को लेकर लोगों को आगाह किया है. ऐसा इसलिए क्योंकि ये नॉर्थ अमेरिका की सबसे जहरीली मकड़ियों में से एक हैं. 

वैज्ञानिकों ने दक्षिण पश्चिमी राज्यों समेत टेक्सास, एरिजोना के निवासियों को चेतावनी जारी की है. 

आपको बता दें कि मादा ब्लैक विडो मकड़‍ियां शरीर में जहर छिपाकर रखती हैं. खास बात ये है कि इनका जहर किसी रैटलस्नेक के मुकाबले 15 गुना ज्यादा ताकतवर होता है.

कमजोर मनुष्य के लिए इसका जहर जानलेवा हो सकता है. इसके अलावा सामान्य इंसानों को भी ब्लैक विडो का जहर कई तरह की परेशानियों में डाल सकता है. 

ब्लैक विडो में पाया जाने वाले जहर लैट्रोटॉक्सिन होता है. एक्सपर्ट्स की मानें, तो ब्लैक विडो छोटे बच्चों, बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए बहुत ज्यादा खतरनाक है. 

आपको बता दें कि ये मकड़‍ियां इंसानी बस्तियों के आस-पास अपना जाल बनाती हैं. खास बात ये है कि ये स्पाइडर कई बार अपने पार्टनर को खा जाती हैं.

ये मकड़‍ी Latrodectus जीन की प्रजातियों में से एक है. मादा ब्लैक विडो लगभग आधे इंच लंबी होती हैं. Latrodectus मकड़‍ियां दुनियाभर में पाई जाती हैं. 

मिसूरी के सेंट लुईस चिड़‍ियाघर की मानें, तो अमेरिका में मुख्य रूप से ये दक्षिण और पश्चिम में पाई जाती हैं. शहरों के अलावा ये जंगलों, रेगिस्तानों और घास के मैदान में पाई जाती हैं.

दूसरी मकड़‍ियों की तरह ये मकड़‍ियों और कीड़ों को खाती हैं. नेचर कंजरवेंसी ऑफ कनाडा की मानें, तो ब्लैक विडो के बच्चे अंडों से निकलते समय अपने ताजा जन्मे भाई-बहनों को खा जाते हैं. 

मादा ब्लैक विडो का आकार नर ज्यादा बड़ा होता है. कहते हैं कि इसका जहर रैटलस्नेक से 15 गुना ताकतवर होता है, लेकिन सांप की तुलना में ये बहुत कम जहर रिलीज करती हैं. इसके काटने से मौत का खतरा कम होता है.

स्मिथसोनियन मैगजीन की मानें, तो ये मकड़‍ी केवल छोटे बच्चों और बुजुर्गों के लिए गंभीर खतरा हैं. एक्सपर्ट्स की मानें, तो इसके काटने पर मांसपेशियों में बहुत दर्द होगा. साथ ही दिल की समस्या, पेट के निचले हिस्से में दर्द और डायाफ्राम का पैरालिसिस भी हो सकता है.

इसके काटने पर 8 से 12 घंटे तक दर्द रहता है. इसके लक्षण कई दिन तक रह सकते हैं. बता दें कि इसके जहर की काट मौजूद है. एंटी-वेनम लगाने पर आधे घंटे में दर्द से मुक्ति मिल जाती है.