Iran: सऊदी अरब और ईरान के बीच लंबे समय से तनावपूर्ण राजनयिक संबंध रहे हैं. लेकिन हाल ही में ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह खामेनेई ने सऊदी से संबंध सुधारने की इच्छा जताई थी और कुछ ऐसा ही संकेत सऊदी क्राउन प्रिंस की ओर से भी मिला था. वहीं ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के निधन के बाद कार्यवाहक राष्ट्रपति मोहम्मद मौखबर ने भी पहली विदेशी कॉल सऊदी क्राउन प्रिंस से की और अनको ईरान आने का निमंत्रण दिया. लेकिन दोनों देशों के बीच संबंध बेहतर होने से पहले ही टकराव शुरू हो गया है. दरअसल, सऊदी सरकार ने हज यात्रा को कवर करने गए छह ईरानी मीडिया कर्मियों को हिरासत में लेने के बाद देश से बाहर कर दिया है.
सऊदी अरब से किया बाहर
खबरों के अनुसार, जिन मीडिया कर्मियों को सऊदी सरकार ने निकाल दिया है वो ईरानी सुप्रीम लीडर से जुड़े बताए जा रह है. ईरानी मीडिया के अनुसार, ग्रुप को वापस ईरान भेजने से पहले करीब एक हफ्ते तक हिरासत में रखा गया था. बतार दें कि हज के दौरान दुनियाभर से कई मीडिया हाउस कवरेज के लिए अपने रिपोर्टर्स को सऊदी अरब भेजते हैं. सऊदी सरकार की दिशानिर्देश के मुताबिक मक्का और मदीना दोनों ही शहरों में कोई भी पॉलिटिकल एक्टिविटी की परमिशन नहीं है. सऊदी ने मीडिया कर्मियों को हिरासत में लेने की वजह नहीं बताई गई है, लेकिन खबरों की मानें तो ग्रुप ईरानी प्रोपेगेंडा फैलाने के शक में उन्हें हिरासत में लिया गया था.
हज किए बिना ही भेजा वापस
मीडिया कर्मियों के ईरान वापस आने के बाद इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान ब्रॉडकास्टिंग (IRIB) के चीफ जेबेली ने खुद तेहरान एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया. साथ ही पुष्टि की है कि सऊदी अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद इन 6 सदस्यों को ईरान वापस भेजा गया है. आईआरआईबी चीफ ने कहा कि उन्हें गिरफ्तारियों की वजह के बारे में जानकारी नहीं है, लेकिन ग्रुप को हज किए बिना ही सऊदी अरब से बाहर कर दिया गया है.
जेबेली ने बताया कि ईरान की मीडिया को नियमित तौर से हर साल हज के लिए भेजा जाता है, लेकिन हमें सऊदी अरब के अधिकारियों के इस कदम की उम्मीद नहीं थी. उन्होंने यह भी बताया कि विदेश मंत्रालय, सुप्रीम लीडर के प्रतिनिधि और सऊदी में ईरानी दूतावास समेत ईरानी अधिकारी इस मामले पर नजर बनाए हुए हैं.
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