Lok Sabha Election Results: लोकसभा चुनाव का समापन 1 जून को हो गया. अब नतीजों का इंतजार है. 4 जून यानी मंगलवार को मतों की गिनती होगी. मतगणना से पहले चुनाव आयोग ने पीसी की. इतिहास में ये पहली बार हुआ है जब लोकसभा चुनाव के समापन के बाद और नतीजों से पहले चुनाव आयोग ने पीसी की है. इस प्रेस कॉन्फ्रेस में चुनाव आयुक्त ने देश के वोटर्स को मतदान के लिए धन्यवाद दिया है. चुनाव आयुक्तों ने कुर्सी से उठकर देश की जनता को स्टैंडिग ओवेशन दिया है.
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने आज की पीसी के दौरान कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी मतदान प्रक्रिया में 68,000 से अधिक निगरानी दल, डेढ़ करोड़ से अधिक मतदान और सुरक्षा कर्मी शामिल रहे थे.
कितने वोट पड़े?
अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव आयोग ने कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 में 31.2 करोड़ महिलाओं समेत 64.2 करोड़ मतदाताओं की भागीदारी के साथ वैश्विक रिकॉर्ड बनाया है. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि हमने 642 मिलियन मतदाताओं का विश्व रिकॉर्ड बनाया है. यह सभी G7 देशों के मतदाताओं का 1.5 गुना और EU के 27 देशों के मतदाताओं का 2.5 गुना है.
कब होंगे कश्मीर में चुनाव?
कश्मीर को लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि पिछले चार दशकों में सबसे ज्यादा मतदान इस बार कश्मीर में दर्ज किया गया है. इस बार कश्मीर में करीब 51 फीसदी मतदान दर्ज किया गया है. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि कश्मीर में चुनाव पर हमसे पूछा जाता था कि वादी में चुनाव कब कराएंगे.. हम कहते है अब कराएंगे.
चुनाव में हिंसा नहीं…
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेस के दौरान कहा कि साल 2024 का आम चुनाव उन चुनावों में से है, जिसमें कोई हिंसा देखने को नहीं मिली है. मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि चुनाव कर्मियों के सावधानीपूर्वक कार्य के कारण हम कम पुनर्मतदान सुनिश्चित करते हैं. हमने 2024 के लोकसभा चुनाव में 39 पुनर्मतदान देखे, जबकि 2019 में 540 पुनर्मतदान हुए थे और 39 में से 25 पुनर्मतदान केवल 2 राज्यों में हुए थे.
मतगणना को लेकर कही ये बात
चुनाव आयुक्त ने कहा कि कल यानी 04 जून को लोकसभा चुनाव के परिणाम घोषित किए जाएंगे. चुनावी परिणाम को लेकर उन्होंने कहा कि संपूर्ण मतगणना प्रक्रिया पूरी तरह से मजबूत है. यह घड़ी की सटीकता के समान काम करती है.
यह भी पढ़ें: Bengaluru Rain: सूखे से त्रस्त इस शहर पर इंद्रदेव हुए मेहरबान, टूट गया सैकड़ों साल पुराना रिकॉर्ड