लखनऊः लोकसभा चुनाव के लिए मतगणना जारी है. एनडीए को रुझानों में बहुमत जरूर मिल गया है, लेकिन एनडीए का 400 पार जाने का सपना टूट गया है. इंडिया गठबंधन एनडीए को कड़ी टक्कर दे रहा है. एनडीए 300 सीटों के आसपास सिमट रहा है. भाजपा को आश्चर्यजनक रूप से सबसे ज्यादा नुकसान यूपी से उठाना पड़ा है. प्रदेश की 80 सीटों में से इंडिया गठबंधन 45 सीटों पर आगे चल रहा है. भाजपा 32 सीटों पर लीड लिए हुए है. बसपा का यूपी से सफाया हो गया है. बहुजन समाज पार्टी प्रदेश में एक भी सीट पर लीड नहीं कर रही है. बीएसपी खुद जरूर हार गई, लेकिन सबसे ज्यादा नुकसान भाजपा का किया है.
बहुजन समाज पार्टी इस चुनाव में अकेले ही 80 सीटों पर चुनाव लड़ रही थी. शुरुआती ट्रेंड्स जो यूपी में उभर रहे हैं, उन पर गौर किया जाए तो बीएसपी का कैडर वोट इंडिया गठबंधन की ओर शिफ्ट हुआ है, भाजपा की ओर नहीं. इसका नुकसान भाजपा को उठाना पड़ा है.
राजनीतिक दृष्टि से से सबसे महत्वपूर्ण राज्य माने जाने वाले उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित 12 केंद्रीय मंत्री चुनाव मैदान में हैं. रुझानों में इनमें से सिर्फ चार ही लीड बनाए हुए हैं, बाकी आठ पीछे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (वाराणसी), रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (लखनऊ), वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी (महराजगंज) और कानून एवं न्याय राज्य मंत्री एसपी. सिंह बघेल (आगरा) से आगे हैं.
इसके अलावा, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति (फतेहपुर), स्मृति ईरानी (अमेठी), महेंद्र नाथ पांडेय (चंदौली), संजीव कुमार बालियान (मुजफ्फरनगर), अनुप्रिया पटेल (मिर्जापुर), भानु प्रताप सिंह वर्मा (जालौन), कौशल किशोर (मोहनलालगंज) और अजय मिश्रा (खीरी) पीछे चल रहे हैं.
अखिलेश का कुनबा बढ़त पर
लोकसभा चुनाव में यूपी से समाजवादी पार्टी के टिकट पर प्रभावशाली यादव परिवार के पांच सदस्य चुनाव लड़ रहे हैं. अखिलेश यादव और उनकी पत्नी डिंपल यादव सहित चार उम्मीदवार अब तक के रुझानों में बड़े अंतर से आगे है. कन्नौज में अखिलेश यादव बीजेपी के सुब्रत पाठक से 84463 वोट से आगे हैं, जबकि मैनपुरी में डिंपल यादव भाजपा के जयवीर सिंह से 150524 वोट से आगे चल रही हैं.
आजमगढ़ में सपा के धर्मेंद्र यादव भाजपा के दिनेश लाल यादव निरहुआ से 90973 वोट की लीड लिए हुए हैं. फिरोजाबाद में पार्टी नेता राम गोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव बीजेपी के विश्वदीप सिंह से 94516 वोटों से आगे हैं. हालांकि, बदायूं में सपा नेता शिवपाल यादव के बेटे आदित्य यादव भाजपा के दुर्विजय सिंह शाक्य से 19805 वोटों से पीछे हैं. मालूम हो कि पार्टी ने पहले इस सीट पर शिवपाल को टिकट दिया था, लेकिन बाद में उनके बेटे आदित्य को टिकट दे दिया था.