Pakistan: भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान और चीन के रिश्ते को 73 साल हो चुके हैं. वहीं अब पाकिस्तान में नई सरकार के गठन होने के बाद अब इन देशों के संबंध और मजबूत करने की कवायद हो रही है. तीन महीने पहले ही प्रधानमंत्री बने शहबाज शरीफ ने चीन और पाकिस्तान के बीच रिश्तों को सदाबहार करार दिया. चीनी मीडिया को दिए गए एक इंटरव्यू में पीएम शरीफ ने कहा कि हमारी दोस्ती अटूट है और हमारे दिल एक साथ धड़कते हैं.
बता दें कि पीएम शहबाज शरीफ अरबों डॉलर की चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) परियोजना के दूसरे चरण का उद्घाटन करेंगे. पीएम शरीफ चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के निमंत्रण पर 4 से 8 जून तक चीन में रहेंगे. प्रधानमंत्री शरीफ ने चीन रवाना होने से पहले यह बातें कहीं.
चीन ने मुश्किल वक्त में दिया साथ
पीएम शहबाज शरीफ ने कहा कि गर्म मौसम के बावजूद हमारे रिश्तों की गर्मजोशी पर असर नहीं पड़ा है. उन्होंने जोर देकर कहा कि चीन ने मुश्किल वक्त में पाकिस्तान का साथ दिया है. चीन को पाकिस्तान दुनिया भर में ‘सबसे भरोसेमंद दोस्तों’ में से एक मानता है. अपनी 40 साल पुरानी यात्रा को याद करते हुए पीएम शहबाज ने कहा कि चीन की अपनी पहली यात्रा पर उन्होंने देखा कि देश अविकसित है, लेकिन आज आधुनिक विज्ञान और प्रौद्योगिकी के जोरदार विकास की बदौलत आज वह अपने लोगों की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए समर्पित है.
दुनिया भर में निवेश करना चाहता है चीन
पीएम शरीफ की चीन यात्रा के दौरान चीन और पाकिस्तान के बीच 60 अरब डॉलर की लागत वाले चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) के दूसरे चरण का शुभारंभ कर सकते हैं. यह परियोजना पाकिस्तान के बलूचिस्तान में ग्वादर बंदरगाह को चीन के झिंजियांग प्रांत से जोड़ने के उद्देश्य से बेहद खास है. सीपीईसी चीन की महत्वाकांक्षी बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) के अंतर्गत एक अन्य प्रमुख परियोजना है. बीआरआई से चीन पूरी दुनिया में चीनी निवेश करना चाहता है.
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