External Affairs Minister S Jaishankar: बीते दिन सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के नेतृत्व में बनी NDA सरकार के मंत्रियों के विभागों का बंटवारा किया गया, जिसमें एक बार फिर डॉ. एस जयशंकर (S Jaishankar) को विदेश मंत्री का पद संभालने का मौका मिला. एस जयशंकर लगातार दूसरी बार विदेश मंत्री के तौर पर देश की सेवा करेंगे. जयशंकर के विदेश मंत्रालय पहुंचते ही मीडिया ने उनसे पीओके को लेकर सवाल किया. इसके जवाब में जयशंकर ने कुछ ऐसा कहा, जिसकी उम्मीद किसी ने नहीं की थी.
मीडिया के सवाल का जयशंकर ने दिया ऐसा जवाब
दरअसल, एस जयशंकर ने आज 11 जून को विदेश मंत्रालय पहुंचकर विदेश मंत्री का पद संभाला. इस दौरान मीडियाकर्मियों ने उनसे पीओके को लेकर कुछ सवाल किया, जिसके जवाब में जयशंकर ने कहा, “कृपया मेरे मुंह में शब्द न डालें.” उन्होंने आगे कहा कि भारत की भूमिका बढ़ती जा रही है. अब दुनिया भारत को एक दोस्त के तौर पर देख रही है, जो संकट की घड़ी में उनके साथ रहता है.
मीडिया ने जयशंकर से नवाज शरीफ के बधाई को भी लेकर सवाल किया, जिसके जवाब में जयशंकर ने कहा कि उन्हें पीएम मोदी ने एक्स पर रिप्लाई दे दिया है.
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पाकिस्तान और चीन के साथ रिश्तों को लेकर कही ये बात
एस जयशंकर ने इस दौरान पाकिस्तान और चीन के साथ रिश्तों को लेकर भी बात की. उन्होंने कहा कि, हम विवादों को सुलझाने पर काम करेंगे. “किसी देश में खासतौर पर किसी लोकतंत्र में ये बहुत बड़ी बात होती है, जब लगातार तीन बार किसी सरकार को चुना जाता है. इस वजह से दुनिया को जरूर महसूस होगा कि भारत में राजनीतिक स्थिरता है.
जयशंकर ने आगे कहा, जहां तक चीन और पाकिस्तान की बात है, इन देशों के साथ भारत के रिश्ते थोड़े अलग हैं. इस वजह से समस्याएं भी अलग हैं. चीन के संबंध में हमारा ध्यान सीमा मुद्दों का समाधान खोजने पर होगा और पाकिस्तान के साथ हम वर्षों पुराने सीमा पार आतंकवाद के मुद्दे का समाधान ढूंढना चाहेंगे.”
विदेश मंत्री का पद मिलने पर बोले जयशंकर
विदेश मंत्रालय की फिर से कमान मिलने पर एस जयशंकर ने कहा, “एक बार फिर विदेश मंत्रालय का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी दी जाना बेहद सम्मान की बात है. पिछले कार्यकाल में इस मंत्रालय ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया था. हमने जी20 की अध्यक्षता की हमने वैक्सीन मैत्री आपूर्ति सहित कोविड की चुनौतियों का सामना किया. हम ऑपरेशन गंगा और ऑपरेशन कावेरी जैसे महत्वपूर्ण अभियानों के केंद्र भी थे.”
भारत को विश्व बंधु के तौर पर स्थापित करेंगे
जयशंकर ने आगे कहा, “पिछले एक दशक में पीएम मोदी के नेतृत्व में यह मंत्रालय बेहद जन-केंद्रित मंत्रालय बन गया है. आप इसे हमारी बेहतर पासपोर्ट सेवाओं, सामुदायिक कल्याण निधि सहायता के संदर्भ में देख सकते हैं जो हम विदेशों में भारतीयों को देते हैं.” जयशंकर ने कहा, “साथ मिलकर हम भारत को विश्व बंधु के तौर पर स्थापित करेंगे. हम एक ऐसे देश के रूप में स्थापित होंगे, जिस पर लोग भरोसा करते हैं.”