Ceasefire Deal in Gaza: दुनियाभर में जहां एक तरफ लोग ईद-उल-अजहा(बकरीद) का जश्न मना रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ लोगों की एक नजर गाजा में रह रहे लोगों की भी बकरीद पर है. बकरीद के इस खास मौके पर लोग एक-दूसरे को बधाई देते हुए अच्छे भविष्य की कामना कर रहे हैं. इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बकरीद की बधाई देते हुए युद्ध विराम के मुद्दे पर बात की है. जो बाइडेन ने इजराइल के नए युद्ध विराम के प्रस्ताव को हमास द्वारा स्वीकार करने पर जोर डाला है.
समझौता ही सबसे अच्छा तरीका
दरअसल, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बकरीद के त्यौहार के मौके पर लोगों को बधाई देते हुए गाजा में हो रही हिंसा को रोकने के और युद्ध विराम की बात कही. अमेरिका इजराइल और हमास के बीच युद्ध विराम समझौते की बात पर जोर दिया है. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रविवार यानी 16 जून को कहा कि हमास और इजरायल के बीच चल रही इस खतरनाक युद्ध से बचाने के लिए ये समझौता ही सबसे अच्छा तरीका है.
जानिए क्या बोले जो बाइडेन
अमेरिका के राष्ट्रपित जो बाइडेन ने हमास और इजराइल युद्ध के दौरान हुई मौतों का जिक्र करते हुए कहा, “इस युद्ध में बहुत से निर्दोष आम नागरिकों की जान गई है, जिसमें ज्यादातर संख्या बच्चों की है, इसके अलावा कई परिवार अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर हो गए, कई लोगों के घर तबाह हो गए और लोगों ने अपने आंखों के सामने अपने समुदाय को खत्म होते देखा है, इन सभी लोगों का दुख सबसे बड़ा है. बाइडेन ने युद्ध विराम के प्रस्ताव के बारे में बात करते हुए कहा कि मुझे पूरा भरोसा हो कि इजराइल ने हमास के सामने युद्ध विराम के जो तीन चरणीय प्रस्ताव रखे हैं वह गाजा में युद्ध विराम का सबसे अच्छा तरीका है, इस प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र सिक्योरिटी काउंसिल ने भी समर्थन दिया है.”
अमेरिका लगातार इजराइल और हमास पर समझौते का दबाव डाल रहा है. इजराइल के प्रस्ताव को सुरक्षा परिषद के सदस्यों ने स्वीकृति दे दी है. माना जा रहा है कि दोनों देशों के बीच इस समझौते को स्वीकार करने के बाद युद्ध पर छह हफ्ते का विराम लगेगा.
बताते चलें कि गाजा में जंग के बीच में गाजावासियों ने ईद-उल-अजहा का त्यौहार मनाया. हालांकि गाजा का नजारा किसी त्यौहार जैसा नहीं था. गाजावासी भीषण गर्मी में टेंट और इजराइली सेना के अटैक में तबाह हो गए मस्जिदों में अपना त्यौहार मनाने पर मजबूर हैं. ईद-उल-अजहा की सुबह वो गाजा की ऐतिहासिक ओमारी मस्जिद में लोग नमाज के लिए इकट्ठा हुए.