Putin Vietnam Visit: नॉर्थ कारिया के साथ विध्वंसक डील पर साइन करने के बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सीधा वियतनाम पहुंचे हैं. यहां राष्ट्रपति पुतिन वियतनाम के कम्युनिस्ट नेताओं से मुलाकात करेंगे. वहीं वियतनाम के टॉप ट्रेड पार्टनर अमेरिका ने पुतिन के वियतनाम दौरे पर नाराजगी जाहिर की है. इसके बावजूद वियतनाम में राष्ट्रपति पुतिन का जोरदार स्वागत किया गया है.
रूस के राष्ट्रपति पुतिन करीब साल बाद वियतनाम के दौरे पर है. इससे पहले उन्होंने 2017 में यात्रा की थी. हनोई एयरपोर्ट पर पुतिन के स्वागत के लिए वियतनाम के उप प्रधानमंत्री ट्रान होंग हा और पार्टी के शीर्ष नेता ले होई ट्रुंग मौजूद रहे. दोनों नेताओं ने पुतिन का रेड कार्पेट बिछा कर जोरदार स्वागत किया.
🇷🇺🇻🇳| Vietnamese capital #Hanoi is ready for Vladimir #Putin' visit
The streets are decorated with the national flags of #Russia and #Vietnam.Aurus motorcades are lined up at the Metropol Hotel.
The global West is comming to It's end, and so many people don't see it comming.. pic.twitter.com/tUueC116KJ
— South Today (@SouthToday5) June 19, 2024
इस वजह से वियतनाम पहुंचे पुतिन?
रूसी अधिकारियों के अनुसार, राष्ट्रपति पुतिन की यात्रा आर्थिक, शिक्षा और ऊर्जा के मुद्दों पर केंद्रित रहने वाली है. रूस और वियतनाम के मध्य बहुत ही कम कारोबार होता है. साल 2022 में दोनों देशों के बीच व्यापार केवल 3.5 बिलियन डॉलर था. यह कारोबार चीन ओर अमेरिका के मुकाबले बेहद कम है. वहीं इस यात्रा को लेकर कुछ जानकारों का कहना है कि इस यात्रा में व्यापार के साथ निजी तौर पर यूक्रेन और रक्षा सहयोग पर बातचीत होने की संभावना है. बता दें, रूस और वियतनाम के बीच 1950 के दशक से ही काफी गहरे संबंध हैं और दशकों तक मॉस्को हनोई का खास हथियार आपूर्तिकर्ता रहा है.
अमेरिका ने किया विरोध
जानकारी के अनुसार, संयुक्त राज्य अमेरिका ने राष्ट्रपति पुतिन की यात्रा का विरोध किया. हनोई में अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता ने कहा कि किसी भी देश को पुतिन को उनके आक्रामण युद्ध को बढ़ावा देने और उनके अत्याचारों को आम बनाने के लिए जगह नहीं देनी चाहिए.
मालूम हो कि उत्तर कोरिया और रूस दोनों ही देश अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों का सामना कर रहे हैं. पिछले कुछ वर्षो में वियतनाम ने अमेरिका और यूरोपीय संघ के साथ अच्छे रिश्ते बनाए हैं. 2023 में अमेरिका के साथ हनोई के राजनयिक संबंध और भी मजबूत हुए हैं. इसके साथ ही अमेरिका वियतनाम की नंबर एक एक्सपोर्ट मार्केट बन गया है.
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