Tajikistan Hijab Ban News: मध्य एशिया के एक मुस्लिम देश ने हिजाब को लेकर चौंकाने वाला फैसला लिया है. मुस्लिम देश ताजिकिस्तान ने अपने नागरिकों को हिजाब पहनने पर प्रतिबंध लगा दिया है. 90 प्रतिशत से अधिक मुस्लिमों की आबादी वाले इस देश ने अपने फैसले से सभी को हैरान कर दिया है. इस संबंध में ताजिकिस्तान की संसद के ऊपरी सदन ने 19 जून को एक विधेयक का समर्थन किया है. एशिया-प्लस की रिपोर्ट के मुताबिक, यह बिल संसद के ऊपरी सदन मजलिसी मिल्ली के 18वें सत्र के दौरान पारित किया गया.
पराये परिधानों पर प्रतिबंध
संसद में पारित विधेयक में “पराये परिधानों” और दो प्रमुख इस्लामी त्योहारों– ईद-उल-फितर और ईद-उल-अजहा के दौरान बच्चों ये जुड़ी एक प्रथा पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. इस प्रथा को इदगरदक कहते हैं, जिसके तहत दन दोनों त्योहारों पर बच्चे अपनी गली या गांव के घरों में जाते हैं और लोगों को त्योहार की बधाई देते हैं. देश की संसद, ताजिक संसद के निचले सदन मजलिसी नामोयंदागन ने 8 मई को कानून (ताजिकिस्तान बैन हिजाब) को हरी झंडी दे दी.
हिजाब पहना तो लगेगा भारी जुर्माना
ताजिकिस्तान सरकार की मानें तो महिलाओं को हिजाब नहीं पहनना चाहिए. ताजिकिस्तान सरकार द्वारा कानून में किए गए नए संशोधनों के मुताबिक, कानून के उल्लंघन पर भारी जुर्माना लगाया जा सकता है. इसका सीधा अर्थ ये है कि यदि ताजिक महिलाएं हिजाब पहनती हैं तो उन्हें भारी जुर्माना भरना पड़ सकता है.
एशिया प्लस की रिपोर्ट के मुताबिक यह कानून खासतौर से हिजाब, या इस्लामी सिर का स्कार्फ, और इस्लामी परिधान की अन्य पारंपरिक वस्तुओं को टारगेट करता है, जिनका चलन हाल के सालों में मध्य पूर्व से ताजिकिस्तान में एंट्री किया है. देश के अधिकारियों ने इसे इस्लामी चरमपंथियों से जोड़ा है.
कितना देना होगा जुर्माना
अगर कोई नागरिक कानून का उल्लंघन करना है तो उसे ताजिक मुद्रा सोमोनी में 7,920 सोमोनी और 39,500 सोमोनी के बीच जुर्माना देना होगा. इसके अलावा, कानून चेतावनी देता है कि इस अपराध को करने वाले सरकारी अधिकारियों और धार्मिक अधिकारियों पर क्रमशः 54,000 सोमोनी से 57,600 सोमोनी तक जुर्माना लगेगा.
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