International News: यमन के हूती विद्रोहियों ने एक बड़ा दावा किया है. इनका दावा है कि उन्होंने उत्तरी इज़राइल में हाइफा बंदरगाह पर खड़े चार जहाजों पर हमला किया. हूती विद्रहोहियों का कहना है कि वे जिन जहाओं पर हमला किए हैं, वे जहाज उन कंपनियों के थे जिन्होंने कब्जे वाले फिलिस्तीन के बंदरगाहों में प्रवेश पर प्रतिबंध का उल्लंघन किया है.
दरअसल, हूती विद्रोहियों ने पहली बार नवंबर में शिपिंग लेन में ड्रोन और मिसाइल हमले किए थे. इन दर्जनों हमलों में, हूती विद्रोहियों ने दो जहाज डुबो दिए, एक और जहाज जब्त कर लिया और कम से कम तीन नाविकों को मार डाला था. हालांकि, हमलों पर फिलहाल इजराइल की तरफ से कोई बयान नहीं आया है. वहीं, अब हूती विद्रोही और एक इराकी आतंकवादी समूह दावा कर रहे हैं कि उन्होंने शनिवार को हाइफा बंदरगाह पर खड़ी जहाजों पर हमला किया है.
जानिए क्या बोले हूती विद्रोही
बता दें कि यमन के हूतीयों ने रविवार को कहा कि उन्होंने इराक आतंकवादी समूह में इस्लामिक प्रतिरोध के साथ एक संयुक्त सैन्य अभियान चलाया था, जिसमें इजराइल के उत्तरी हाइफा बंदरगाह पर चार जहाजों को निशाना बनाया गया था. हूती सैन्य प्रवक्ता याह्या सारी ने कहा कि दोनों समूहों ने शनिवार को हाइफा बंदरगाह पर दो सीमेंट टैंकरों और दो मालवाहक जहाजों पर ड्रोन हमला किया.
जानिए क्या बोली इजरायली सेना
बताते चलें कि अभी तक इस हमले को इज़राइली सेना ने फिलहाल तुरंत कोई टिप्पणी नहीं की है. हालांकि, इजराइली सेना ने इस महीने की शुरुआत में हूती विद्रोहियों के इसी तरह के दावे का खंडन किया था. याह्या सारी ने यह भी कहा कि हूती विद्रोहियों ने प्रमुख जलमार्गों में शिपिंग को बाधित करने के समूह के अभियान के हिस्से के रूप में ड्रोन का उपयोग करके भूमध्य सागर में शॉर्टहॉर्न एक्सप्रेस पर हमला किया था.