Lucknow: लोकसभा चुनाव के बाद मंगलवार को बसपा सुप्रीमों मायावती ने भाजपा-कांग्रेस के साथ ही अखिलेश यादव पर निशाना साधा. बसपा सुप्रीमो ने कहा कि सत्ता पक्ष और विपक्ष आपस में मिले हुए हैं. वो संविधान बचाने का नाटक कर रहे हैं. दोनों ही पक्षों में ज्यादातर लोग जातिवादी मानसिकता के हैं.
ये लोग आरक्षण को खत्म कर देना चाहते हैं
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि ये लोग आरक्षण को खत्म कर देना चाहते हैं. उन्होंने सपा को निशाने पर लेते हुए कहा कि सपा सरकार ने यूपी में प्रमोशन में आरक्षण को खत्म किया था. ये लोग जाति जनगणना नहीं कराना चाहते हैं.
#WATCH लखनऊ: BSP प्रमुख मायावती ने कहा, "…केंद्रीय संसद में विपक्ष द्वारा संविधान की कॉपी दिखाई जाने के मामले में ये सब एक ही थाली के चट्टे-बट्टे लग रहे हैं और इन दोनो ने मिलकर इस संविधान को जातिवादी, सांप्रदायिक और पूंजीवादी संविधान बना दिया। सत्ता और विपक्ष की दोनो की अंदरूनी… pic.twitter.com/dbrH89EJ7U
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 25, 2024
भारतीय संविधान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए ये दोनों (सत्ता पक्ष और विपक्ष) ही भारतीय संविधान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं, ये कतई उचित नहीं है. इन दोनों ने अंदर-अंदर मिलकर संविधान में इतने संशोधन कर दिए है कि अब ये समतामूलक, धर्म निरपेक्ष नहीं, बल्कि पूंजीवादी, जातीवादी और सांप्रदायिक संविधान बनकर रह गया. ये दोनों ही आरक्षण को समाप्त करना चाहते हैं और एससी, एसटी, आदिवासी को संविधान का लाभ नहीं देना चाहते हैं.