Uma Bharti News: भाजपा नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने शनिवार, 29 जून को एक पत्रकार के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में पार्टी के खराब प्रदर्शन के लिए पीएम मोदी और सीएम योगी को दोषी ठहराना सही नहीं है. उन्होंने बताया कि भाजपा 6 दिसंबर, 1992 को बाबरी ढांचा ढहाए जाने के बाद भी हार गई थी. इसके बावजूद हमने अयोध्या में राम मंदिर को अपने एजेंडे से नहीं हटाया..हमने अयोध्या को कभी वोट से नहीं जोड़ा.
हिंदू समुदाय की प्रकृति को समझने की जरूरत
इसी तरह अब हम मथुरा-काशी को वोट से नहीं जोड़ रहे हैं. एक अन्य सवाल के जवाब देते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, हिंदू समुदाय की प्रकृति को समझने की जरूरत है, जो सामाजिक व्यवस्था को धर्म से नहीं जोड़ता. उन्होंने दावा किया, ‘‘यह इस्लामिक समाज है, जो सामाजिक और धाíमक व्यवस्था को जोड़कर काम करता है, इसलिए वे सामाजिक व्यवस्था के अनुसार वोट करते हैं.’’ उमा भारती ने कहा कि उत्तर प्रदेश के नतीजों का मतलब यह नहीं है कि लोगों की भगवान राम के प्रति आस्था कम हो गई है.
यह चुनाव परिणाम किसी लापरवाही का नतीजा है
भाजपा नेता ने कहा, ‘‘हमें यह अहंकार नहीं करना चाहिए कि हर राम भक्त भाजपा को वोट देगा. हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि जो हमें वोट नहीं देता, वह राम भक्त नहीं है. यह (चुनाव परिणाम) किसी लापरवाही का नतीजा है और कुछ नहीं.’’ भारती ने आगे कहा, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के साथ मिलकर केंद्र में गठबंधन सरकार चलाना मुश्किल नहीं होगा. क्योंकि, अतीत में भाजपा ने उनके साथ सहयोगी के रूप में सफलतापूर्वक सरकारें चलाई हैं.