France: दक्षिणपंथियों की बढ़ती ताकत के बीच फ्रांसीसी चुनाव, सत्ता में हो सकता है बदलाव

Aarti Kushwaha
Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Must Read
Aarti Kushwaha
Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

France : फ्रांस में संसदीय चुनाव के पहले चरण के लिए मतदान शुरू हो चुका है. देश में हो रहा चुनाव राष्‍ट्रपति इमैनुअल मैक्रों के लिए एक परीक्षा के तौर पर देखा जा रहा है. क्‍योंकि इस चुनाव में मैक्रों के गठबंधन को वामपंथी गठबंधन से कड़ी चुनौती मिलती हुई दिखाई दे रही है. ऐसे में कयास लगाए जा रहे है कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद देश में पहली दक्षिणपंथी सरकार बन सकती है, जो यूरोपीय संघ में एक बड़ा बदलाव हो सकता है.

यूरोपीय संसद के चुनाव में मैक्रों को बड़ा झटका

वहीं, यूरोपिय संसद के लिए छह जून को  चुनाव हुए थे. उस दौरान फ्रांस में सबसे चौंकाने वाली राजनीतिक परिस्थितियां थीं. दरअसल फ्रांस की धुर दक्षिणपंथी नेता मरीन ला पेन की नेशनल रैली ने मैक्रों की पार्टी को जोरदार झटका दिया था. इसके बाद ही राष्ट्रपति ने अंतिम नतीजे आने से पहले ही अचानक राष्ट्रीय चुनावों की घोषणा कर सबको हैरान कर दिया था.

 मैक्रों ने कहा कि ‘मैंने फैसला किया है कि आप वोट के माध्‍यम से अपना संसदीय भविष्य चुने. इसलिए मैं नेशनल असेंबली भंग कर रहा हूं. उन्‍होंने कहा कि हर तरफ धुर दक्षिणपंथी पार्टियां आगे बढ़ रही हैं. यह ऐसे हालात हैं, जिन्हे मैं स्वीकार नहीं कर सकता.’

France: 30 जून और 7 जुलाई को चुनाव

30 जून और सात जुलाई को फ्रांस में राष्ट्रीय चुनाव होने है. ऐसे में जुलाई महीने के मध्‍य तक यह साफ हो जाएगा कि राजनीतिक समीकरणों में मैक्रों की स्थिति क्या है और क्या उन्हें एक धुर दक्षिणपंथी प्रधानमंत्री के साथ मिलकर सत्ता चलाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा या नहीं.  हालांकि, दो साल पहले राष्ट्रपति पद की दूसरी पारी संभालने वाले मैक्रों के अपने पद के लिए इस चुनाव से कोई खास अंतर नहीं होगा. क्‍योंकि अभी उनके कार्यकाल में तीन साल का वक्‍त बचा हुआ है.

577 सीटों के लिए मतदान

बता दें कि फ्रांस में भारतीय समयानुसार सुबह साढ़े 11 बजे से शुरू हुआ मतदान रात के साढ़े नौ बजे तक चलेगा. जबकि एग्जिट पोल देर रात सामने आ सकता है. इसके एक हफ्ते बाद यानी 7 जुलाई को दूसरे चरण के लिए वोटिंग की जाएगी. हालांकि, 577 सीटों वाली नेशनल असेंबली में सीटों के सटीक बंटवारे का अनुमान लगाना थोड़ा मुश्किल हो सकता है.

इसे भी पढ़ें:- Israel Hamas War: इजरायली सैनिकों ने गाजा में किए ताबड़तोड़ हमले, 40 फिलिस्तीनियों की मौत

Latest News

अब युवाओं के हाथों में भारत का भविष्य, बोले डॉ. राजेश्वर सिंह- ‘भारत को 2047 तक 15 ट्रिलियन डॉलर जीडीपी… ‘

Thoughts Of Dr Rajeshwar Singh: बीजेपी के लोकप्रिय नेता एवं सरोजनीनगर के विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह (Rajeshwar Singh) युवाओं...

More Articles Like This