हाथरस में भगदड़ की असल वजह आई सामने, अब तक 100 से अधिक लोगों की मौत

Ved Prakash Sharma
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Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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हाथरसः यूपी के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ में अब तक 100 से अधिक लोगों की मौत की सूचना मिली है. वहीं, शांतिपूर्ण चले सत्संग के समापन के बाद अचानक मची भगदड़ की मुख्य वजह भी सामने आ गई है.

प्राप्त जानकारी के मुताबिक, जिले के सिकंदराराऊ कस्बे के पास एटा रोड पर स्थित गांव फुलरई में सत्संग के बाद यह हादसा हुआ. भगदड़ को लेकर मुख्य कारण यह सामने आ रहा है कि यहां कथा कहने आए कथावाचक भोले बाबा का काफिला निकल रहा था. इस दौरान सत्संग समाप्त होने पर श्रद्धालु भी अपने घर को निकल रहे थे.

रोक दिया गया था भीड़ को और मच गई भगदड़
बाबा के काफिले को निकालने के लिए भीड़ को एक हिस्से से को रोक दिया गया था. इसी दौरान भगदड़ मच गई. इस भगदड़ में अब तक 100 से अधिक लोगों की मौत की सूचना मिल रही है. मृतकों में हाथरस और एटा के लोग शामिल हैं.

घटना की सूचना मिलने पर डीएम आशीष कुमार और एसपी निपुण अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे. इसके साथ ही आईजी शलभ माथुर सिकंदराराऊ भी मौके पर पहुंचे. डीएम आशीष कुमार ने हादसे में 50 से 60 लोगों के मौत की पुष्टि की है. उनका कहना है कि अभी भी मृतकों की संख्या के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है.

एक-दूसरे को रौंदते हुए आगे निकल रहे थे लोग
बताया जा रहा है कि दोपहर लगभग 12.30 बजे सत्संग समाप्त होने के बाद भीड़ को रोक दिया गया था और भोले बाबा को पीछे के दरवाज़े से निकाला जा रहा था. इससे अंदर भीड़ का दबाव बढ़ गया. वहां एक गहरा गड्ढा था, जिसमें कुछ लोग गिरे तो भगदड़ मच गई. लोग एक-दूसरे को रौंदकर आगे निकलते रहे. गड्ढे में गिरकर कई लोगों की जान चली गई.

मंत्री संदीप सिंह ने कहा
यूपी सरकार के मंत्री संदीप सिंह का कहना है, ‘सीएम ने निर्देश दिया है कि हाथरस में जहां हादसा हुआ है वहां पहुंचें और मामले को देखें. साथ ही सरकार की ओर से आवश्यक निर्णय लें. लगातार मृतकों की संख्या बढ़ रही है.

जाने कौन हैं कथावाचक भोले बाबा?
हाथरस में सत्संग करने आए कथावाचक भोले बाबा जिला कासगंज के पटियाली के बहादुर नगर के रहने वाले हैं. इनका मुख्य नाम एसपी सिंह है. भोले बाबा ने 17 वर्ष पहले पुलिस में एसआई के पद से नौकरी छोड़ी थी और इसके बाद से सत्संग शुरू कर दिया था.

बताया गया कि एसपी सिंह (भोले बाबा) ने नौकरी के दौरान ही वे मानव धर्म सेवा के उपदेश देना शुरू कर दिया था. वहीं, भोले बाबा और उनके अनुयायी आम तौर पर मीडिया से दूरी बनाए रखते हैं.

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