UK Parliament: ब्रिटेन में लगभग 14 साल के बाद लेबर पार्टी की सत्ता में वापसी हुई है. यहां भले ही भारतीय मूल के नेता को प्रधानमंत्री पद पर हार का सामना करना पड़ा है, लेकिन इसके बाद भी यहां के राजनीति में भारतीयों का दबदबा कायम है. यूके में हुए इस चुनाव में भारतीय मूल के रिकॉर्ड 28 लोग सांसद के तौर पर चुने गए हैं. इतना ही नहीं, ब्रिटेन के नए सरकार की कैबिनेट में भारतीय मूल की एक महिला नेता को अहम मंत्रालय भी मिला है.
भारतीय मूल की महिला को मिला अहम मंत्रालय
दरअसल, ब्रिटेन के चुनाव नतीजे आने के कुछ ही देर बाद नए प्रधानमंत्री कियर स्टारमर ने शुक्रवार को अपनी कैबिनेट का ऐलान कर दिया है. कियर स्टारमर ने अपने कैबिनेट में भारतीय मूल की एक महिला नेता को संस्कृति, मीडिया एवं खेल मंत्री नियुक्त किया है. भारतीय मूल की लीसा नंदी उत्तर-पश्चिम इंग्लैंड के विगन संसदीय क्षेत्र से भारी अंतर के साथ दोबारा जीत हासिल की हैं.
स्टारमर ने की नए कामकाज की शुरुआत
ज्ञात हो कि पिछली बार साल 2019 में हुए जनरल इलेक्शन में जहां ब्रिटेन की संसद में कुल भारतीयों की संख्या 15 थी. वहीं, इस बार के इलेक्शन में इनकी संख्या 28 हो गई है. ऐसे में यह तय है कि यूके में भले ही भारतीय मूल के ऋषि सुनक प्रधानमंत्री नहीं बन पाएं, लेकिन बिना भारतीय मूल के सांसदों के बगैर यहां की राजनीतिक फीकी पड़ जाएगी. इस बार संसद के निचले सदन ‘हाउस ऑफ कॉमन्स’ के लिए सबसे ज्यादा संख्या में भारतीयों ने जीत हासिल की है. वहीं, लेबर पार्टी की शानदार जीत के बाद स्टारमर ने तुरंत अपने कैबिनेट की घोषणा करते हुए नई सरकार के कामकाज की शुरुआत कर दी है.
कौन हैं लीसा?
44 साल की लीसा भारतीय मूल की निवासी हैं. लीसा नंदी के पिता दीपक नंदी इंग्लिश लिटरेचर में जाना-माना नाम हैं, जो 1956 में ब्रिटेन गए थे. लीसा नंदी के नाना फ्रैंक बायर्स लिबरल पार्टी से सांसद रह चुके थे. लीसा जनवरी 2020 में लेबर पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए चुनावों में अंतिम 3 दावेदारों में से एक थीं, जहां उनका सामना स्टारमर और एक अन्य उम्मीदवार से था. अब इन्हें संस्कृति, मीडिया एवं खेल मंत्री नियुक्त किया गया है. जो कंजर्वेटिव पार्टी की सरकार में संस्कृति मंत्रालय का कार्यभार संभाल रही लूसी फ्रेजर की जगह लेंगी.