Delhi CM Arvind Kejriwal: दिल्ली के कथित शराब नीति घोटाले मामले में दिल्ली के सीएम की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही है. अब मामले में कथित आरोपी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित अन्य के खिलाफ ईडी द्वारा दाखिल सप्लीमेंट्री चार्जशीट में ईडी ने 38 लोगों को आरोपी बनाया है. वहीं, ईडी की सप्लीमेंट्री चार्जशीट में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आरोपी नंबर 37 बनाया है. इसी के साथ इस चार्जशीट में आम आदमी पार्टी (आप) को आरोपी नंबर 38 बनाया गया है.
साथ ही ईडी की सप्लीमेंट्री चार्जशीट में शरद रेड्डी के बयान का हवाला देकर कहा कि अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया ने 100 करोड़ के अलावे भी गोवा और पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए पैसे की मांग की. फिर शरद रेड्डी के इंकार करने के बाद उनके प्रति आम आदमी पार्टी का रुख बदल गया.
चार्जशीट में और क्या लिखा
दाखिल की गई चार्जशीट के अनुसार दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल किंगपिंग है और साजिशकर्ता है. गोवा चुनाव में रिश्वत के पैसे का इस्तेमाल की उन्हें जानकारी थी और वो इसमें शामिल थे. चार्जशीट में अरविंद केजरीवाल और आरोपी विनोद चौहान के व्हाट्सएप चैट का डिटेल दिया गया. आरोप है कि के कविता के पीए ने विनोद चौहान के जरिये 25.5 करोड़ रुपए गोवा चुनाव के जरिए आम आदमी पार्टी को पहुचाए थे. चैट से यह साफ है कि विनोद चौहान के अरविंद केजरीवाल के साथ अच्छे रिश्ते थे. चार्जशीट में ईडी ने प्रोसीड ऑफ क्राइम का भी जिक्र किया है, जिसमें बताया गया है कि आरोपी विनोद चौहान के मोबाइल से हवाला नोट नंबर के काफी स्क्रीन शॉट बरामद हुए हैं.
चुनाव में खर्च हुए पैसे
ईडी का कहना है कि इससे पहले आयकर विभाग को भी ये स्क्रीनशॉट मिले थे. ईडी ने कहा कि ये स्क्रीन शॉट दर्शाते हैं कि कैसे विनोद चौहान प्रोसीड ऑफ क्राइम यानी अपराध से अर्जित आय को दिल्ली से गोवा हवाला के जरिये ट्रांसफर कर रहा था. इस पैसे का इस्तेमाल आम आदमी पार्टी द्वारा गोवा चुनाव में इस्तेमाल किया जाना था. हवाला से गोवा पहुचे पैसे को वहां मौजूद चनप्रीत सिंह मैनेज कर रहा था. हवाला के जरिये गोवा भेजे गए पैसे को लेकर विनोद चौहान और अभिषेक बॉन पिल्लई के बीच जो बातचीत हुई उसके सबूत भी ईडी के पास मौजूद है. अशोक कौशिक जिसने अभिषेक बॉन पिल्लई के कहने पर नोटों से भरे दो बैग अलग-अलग दो अलग-अलग तारीख पर विनोद चौहान को पहुंचाए. उसका बयान भी ईडी ने दर्ज किया है.
बता दें कि इस मामले में अब तक 18 लोगों को गिरफ्तार किया है. ईडी का आरोप है कि उन्होंने दिल्ली सरकार के मंत्रियों, आप नेताओं और अन्य लोगों के साथ मिलकर काम किया.
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