India Pakstan Border: पिछले कुछ महीने से जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियां बढ़ गई है. बीती रात आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन करते हुए भारतीय सेना के 4 जवान शहीद हो गए हैं. वहीं, इन सब के बीच एक ऐसी खबर आई है जो आपको हैरान कर देने वाली है. दरअसल, भारत में अब तक आतंकियों के घुसपैठ के मामले ज्यादातर जम्मू-कश्मीर की सीमा से देखे जाते थे. लेकिन आतंकियों ने भारत में घुसने के लिए नए रास्ते की तलाश कर ली है. आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला…
पंजाब की सीमा से घुस रहे आतंकी
ज्ञात हो कि अब तक ज्यादातर आतंकी जम्मू कश्मीर से घुसपैठ करते थे. लेकिन अब वे अपनी प्लानिंग को बदल दिए हैं. जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक आर आर स्वैन ने बताया है कि आतंकी पंजाब की सीमा से राज्य में प्रवेश कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि पंजाब की सीमा के माध्यम से राज्य में घुसपैठ के प्रयास किए जा रहे हैं. हमने आपस में विचार-विमर्श करने का प्रयास किया कि आतंकी कौन से नए तरीके अपना कर घुसपैठ का प्रयास कर रहे हैं. इसको लेकर अंतरराज्यीय सुरक्षा बैठक में नये तरीकों पर चर्चा की गई है.
घुसपैठ से निपटने की तैयारी
आतंकियों के नए रास्ते के खुलासे के बाद से भारतीय सेना अलर्ट हो गया है. हाल ही में अंतरराज्यीय सुरक्षा बैठक का आयोजन कठुआ में किया गया था जहां आतंकी हमले में सेना के 5 जवान शहीद हुए थे. इस बैठक में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के वरिष्ठ अधिकारी और पुलिस अधिकारी शामिल हुए. इस दौरान आतंकवादियों द्वारा सुरंगों के जरिए घुसपैठ करने और इससे निपटने के बारे में चर्चा की गई है.
डोडा में चार जवान शहीद
ज्ञात हो कि जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले के एक जंगली क्षेत्र में सोमवार रात आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हो गई. इस मुठभेड़ में सेना के एक अधिकारी समेत 4 जवान शहीद हो गए. अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ तब हुई जब राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह के जवानों ने सोमवार देर शाम डोडा शहर से लगभग 55 किलोमीटर दूर देसा वन क्षेत्र में धारी गोटे उरारबागी में एक संयुक्त घेरा और तलाशी अभियान शुरू किया. फिलहाल जंगल में दोनों तरफ से लगातार फायरिंग हो रही है.
डोडा इलाके में एक्टिव हैं 6 आतंकी
डोडा जिले के जंगलों में चल रहे एनकाउंटर में आतंकी एक से दो के ग्रुप में हो सकते हैं. एक ग्रुप में आतंकियों की संख्या 2 से 3 है. टोटल 6 आतंकी इस इलाके में एक्टिव हैं. बता दें कि जम्मू संभाग में 50 से ज्यादा आतंकी एक्टिव हैं. उन्हें ढेर करने के लिए पूरे जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की तलाश के लिए अभियान चलाया जा रहा है.