Mauritius: भारत सरकार ने भारत-मॉरीशस के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की पहल की है. पड़ोसी प्रथम नीति के तहत विशेष और लाभकारी वार्ता के लिए मंगलवार को भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर दो दिवसीय यात्रा पर मॉरीशस पहुंचे. वे यहां दोनों देशों के बीच व्यापार और संबंधों को मजबूत करने को लेकर मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ और वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगे. हवाई अड्डे पर मॉरीशस के विदेश मंत्री मनीश गोबिन ने उनका स्वागत किया.
भारत-मॉरीशस के बीच हमेशा से मजबूत रहे हैं संबंध
गौरतलब है कि भारत-मॉरीशस के बीच हमेशा से संबंध मजबूत रहे हैं. इसका सबसे बड़ा कारण है कि मॉरीशस की कुल जनसंख्या 1.2 मिलियन में 70 फीसदी भारतीय मूल के लोग हैं, जबकि 28 फीसदी लोग क्रियोल और तीन फीसदी लोग चीन मॉरीशियन और एक फीसदी लोग फ्रैंको मॉरीशियन हैं. भारत ने हमेशा से संकट के समय मॉरीशस की मदद की है. कोविड-19 और तेल रिसाव संकट के दौरान भारत मॉरीशस का सबसे बड़ा मददगार रहा था. अप्रैल-मई 2020 में महामारी से निपटने के लिए मॉरीशस सरकार के अनुरोध पर भारत ने 13 टन दवाएं, 10 टन आयुर्वेदिक दवाएं और एक भारतीय रैपिड रिस्पांस मेडिकल टीम मॉरीशस भेजी थी.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक्स पर फोटो के साथ किया पोस्ट
अब एक बार फिर हिंद महासागर क्षेत्र के द्वीप मॉरीशस के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए भारत ने बड़ा कदम उठाया है. प्रथम पड़ोसी नीति, विजन सागर और ग्लोबल साउथ के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को प्रकट करते हुए भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर मॉरीशस पहुंचे. मॉरीशस पहुंचने के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक्स पर फोटो के साथ पोस्ट किया ‘नमस्ते मॉरीशस! स्वागत के लिए विदेश मंत्री मनीश गोबिन का धन्यवाद.’ उन्होंने लिखा कि दोनों देशों के बीच मजबूत संबंध को आगे बढ़ाने के लिए होने वाली वार्ता सफल रहेगी.
विदेश मंत्री गोबिन ने पोस्ट का जवाब देते हुए लिखा
वहीं, विदेश मंत्री मनीश गोबिन ने उनकी पोस्ट का जवाब देते हुए लिखा कि जयशंकर की यात्रा दो देशों के बीच मजबूत और स्थायी संबंध को दर्शाती है. दोनों देश मिलकर अपने संबंध को मजबूत करने और सहयोग के बेहतर रास्ते तलाशेंगे. अपनी यात्रा के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ और मॉरीशस सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह यात्रा दोनों देशों के मध्य विभिन्न पहलुओं को जानने और संबंधों को बरकरार रखने का मौका है. यह यात्रा बहुआयामी द्विपक्षीय संबंध और लोगों के साथ संबंध गहरा करने पर जोर देगी. मालूम हो कि हाल ही में मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लिया था. वहीं विदेश मंत्री एस जयशंकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल के बाद पहली बार मॉरीशस गए हैं. इससे पहले वह फरवरी 2021 में मॉरीशस गए थे.