इस्लामाबादः भारी बारिश ने अफगानिस्तान में तबाही मचा दी है. बारिश से बाढ़ जैसे हालात हो गए है. वहीं, मंगलवार को तालिबान अधिकारियों ने बताया कि पूर्वी अफगानिस्तान में भारी बारिश की वजह से कम से कम 40 लोग मारे गए हैं और लगभग 350 अन्य घायल हैं.
प्रांतीय प्रवक्ता सेदिकुल्लाह कुरैशी के मुताबिक, सोमवार को आए तूफान में मारे गए लोगों में एक ही परिवार के पांच सदस्य शामिल हैं. भारी बारिश की वजह से सुर्ख रोड जिले में एक घर की छत गिर गई. इस हादसे में परिवार के चार अन्य सदस्य घायल हो गए.
347 घायलों का अस्पताल में चल रहा इलाज
सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता शराफत जमान अमर ने कहा कि 347 घायल लोगों को नांगरहार प्रांत की राजधानी जलालाबाद और आसपास के जिलों से नांगरहार के क्षेत्रीय अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया था.
कुरैशी ने बताया कि नांगरहार में करीब 400 घर और 60 बिजली के खंभे गिर गए. उन्होंने बताया कि कई इलाकों में बिजली कट गई और जलालाबाद शहर में संचार व्यवस्था सीमित हो गई है. नुकसान का अभी आकलन किया जा रहा है. 43 वर्षीय अब्दुल वली ने बताया कि ज्यादातर नुकसान महज एक घंटे के अंदर हुआ.
उन्होंने बताया कि हवाएं इतनी तेज थीं कि सब कुछ हवा में उड़ गया. उसके बाद भारी बारिश हुई. उन्होंने बताया कि उनकी 4 वर्षीय बेटी को मामूली चोटें आईं हैं. हादसों के बाद सहायता संगठनों ने आपूर्ति और मोबाइल टीमें भेजीं.
अंतर्राष्ट्रीय बचाव समिति अफगानिस्तान की निदेशक सलमा बेन आइसा ने कहा कि उनका समूह आकलन कर रहा है और आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहा है.
बारिश की वजह से मई में हुई 300 लोगों की मौत
विश्व खाद्य कार्यक्रम के मुताबिक, मई में असाधारण भारी बारिश की वजह से 300 से अधिक लोग मारे गए और हजारों घर नष्ट हो गए, जिनमें से अधिकतर उत्तरी प्रांत बागलान में हुए. इसके अलावा, तालिबान की आधिकारिक समाचार एजेंसी बख्तर ने बताया कि उत्तरी बगलान प्रांत में काबुल और बल्ख को जोड़ने वाले मुख्य राजमार्ग पर मंगलवार सुबह एक बस पलट जाने से कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई और 34 अन्य घायल हो गए.