Riots in Leeds: ब्रिटेन में विगत 04 जुलाई को आम चुनाव हुए थे. इस चुनाव में ऋषि सुनक को हार का सामना करना पड़ा था. इसी के साथ केर स्टार्मर नए पीएम बने. इस आम चुनाव के बाद अब ब्रिटेन के लीड्स शहर में दंगा भड़क उठा है. लोग सड़कों पर जमकर उत्पात मचा रहे हैं. इस दंगे में पुलिस की गाड़़ियों को निशाना बनाया जा रहा है. जगह-जगह पर आगजनी की जा रही है. ब्रिटेन के लीड्स में फैली हिंसा की तस्वीरें सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रही हैं.
दरअसल, ब्रिटेन के लीड्स में फैली हिंसा का मुख्य कारण लोकल चाइल्ड केयर एजेंसी की तरफ से बच्चों को उनके माता-पिता से अलग करना और चाइल्ड केयर होम में रखना बताया जा रहा है.
ब्रिटेन के इस शहर में दंगों का कहर
मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के अनुसार ब्रिटेन के लीड्स में दंगे जारी हैं. जो जानकारी सामने आई है उसके अनुसार बीती रात लीड्स शहर में उस वक्त बवाल मच गया, जब उपद्रवियों ने एक डबल डेकर बस में आग लगा दी. इतना ही नहीं उपद्रवियों ने पुलिस की गाड़ी को भी पलट दिया.
बताया जा रहा है कि ये प्रदर्शन बच्चों के लिए किया जा रहा है. दंगाईयों ने शहर में जमकर तोड़फोड़ की है. इस हिंसा में पुलिस और प्रशासन प्रदर्शनकारियों के निशाने पर है. लगातार फैलती हिंसा के बीच पुलिस प्रशासन एक्शन मोड में है. पुलिस इस प्रदर्शन को गंभीर दंगा बताया है. लीड्स के लोगों से घरों में रहने की अपील की गई है और हरेहिल्स इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.
कितना पहुंचा नुकसान
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार लीड्स में फैले हिंसा के कारण अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. ‘द गार्जियन’ अखबार की रिपोर्ट के अनुसार हरेहिल्स इलाके के लक्सर स्ट्रीट में चाइल्ड केयर सरकारी एजेंसी के कुछ लोगों द्वारा बच्चों को अपने संरक्षण में ले लिए जाने के बाद यह उपद्रव शुरू हुआ. रिपोर्ट में बताया गया कि जो लोग प्रदर्शन कर रहे हैं वह नहीं चाहते हैं कि चाइल्ड केयर एजेंसी बच्चों को उनके माता-पिता से अलग कर चाइल्ड केयर होम में रखे. इसी बात का ये लोग विरोध कर रहे हैं.
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि इलाके के कुछ लोगों ने एजेंसी के इस कदम का विरोध किया. इसके बाद सड़कों पर सैकड़ों लोग इकट्ठा हो गए, इसके बाद पुलिस और एजेंसी की गाड़ियों में आग लगा दी गई. उपद्रव को लेकर वेस्ट यॉर्कशायर पुलिस ने एक बयान जारी किया है. पुलिस ने कहा कि स्थिति को काबू में करते वक्त और भी जगहों पर उपद्रव शुरू हो गए और मामले को संभालने के लिए और पुलिसकर्मी तैनात किए गए.
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