Maldives New Airport: भारत और मालदीव के बीच रिश्तों में खटास विगत कुछ महीनों से देखने को मिल रही है. दोनों देशों के बीच संबंध बहुत अच्छे नहीं हैं. हालांकि, इसके बाद भी भारत ने ऐसा काम किया है, जिसके कारण मालदीव को बड़ा फायदा होने जा रहा है. इतना ही नहीं भारत के इस फैसले से मालदीव की किस्मत भी बदलने वाली है. मालदीव ने बताया कि भारतीय सहायता से बन रहे हनीमाधू अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का करीब 68 फीसदी काम पूरा किया जा चुका है.
वहीं, भारत ने कहा कि इस परियोजना का द्वीप समूह देश के संपूर्ण उत्तरी क्षेत्र पर परिवर्तनकारी प्रभाव पड़ेगा. इस परियोजना को लेकर बुनियादी ढांचा मंत्रालय ने कहा है कि हनीमाधू अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निर्माण का करीब 67.5 फीसदी पूरा किया जा चुका है. इस निर्माण का भारत सरकार द्वारा 80 करोड़ एमवीआर (मालदीव की मुद्रा) ऋण सहायता से वित्त पोषित किया जा रहा है. इस परियोजना का काम तीव्र गति से आगे बढ़ रहा है.
परियोजना का काम कब होगा पूरा?
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि सितंबर में भारत की जीएमसी को सौंपे गए हवाई अड्डे के विस्तार में 2.7 किलोमीटर की हवाईपट्टी, 13 लाख यात्री क्षमता वाला टर्मिनल और जेट ईंधन भंडारण सुविधा शामिल है. अवसंरचना मंत्रालय के अनुसार, 2,400 मीटर लंबी हवाईपट्टी और ‘एप्रन’ (विमान खड़े किए जाने की जगह) का 97 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है, तथा पूरा हुआ भाग पहले से ही उपयोग में है. इस पूरी योजना को पूरा करने का लक्ष्य नवंबर तक रखा गया है.
माले से इतना दूर है हनीमाधू
गौरतलब है कि हनीमाधू मालदीव की राजधानी माले से करीब 290 किलोमीटर दूर है. विगत बुधवार को भारतीय उच्चायुक्त ने इस जगह का दौरा किया था. उन्होंने इसके बाद अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा “भारतीय ऋण सहायता के तहत निर्मित हनीमाधू अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का मालदीव के उत्तरी क्षेत्र पर परिवर्तनकारी प्रभाव पड़ेगा. बुनियादी ढांचा मंत्री और नागरिक उड्डयन मंत्री के साथ राजदूत द्वारा परियोजना स्थल के दौरे के दौरान देखी गई महत्वपूर्ण प्रगति की सराहना की गई.”
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