Donald Trump: 13 जुलाई को पेनसिल्वेनिया में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हुए हमले के बाद मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग का बड़ा बयान सामने आया है. जुकरबर्ग ने ट्रंप पर हमले के बाद उनकी प्रतिक्रिया को बेहद प्रभावशाली और प्रेरणादायक बताया. उनका यह बयान एस वक्त सामने आया जब सिलिकॉन वैली में टेस्ला के प्रमुख एलन मस्क, बेन होरोविट्ज और पूंजीपति मार्क आंद्रेसेन समेत कई हस्तियों ने राष्ट्रपति पद के लिए ट्रंप का समर्थन किया है.
वहीं जुकरबर्ग ने यह स्पष्ट भी किया कि ट्रंप की प्रतिक्रिया के लिए उनकी प्रशंसा राजनीतिक नहीं बल्कि व्यक्तिगत थी. उनकी यह टिप्पणी भी ट्रंप के इस सुझाव के बाद आई कि वह टिकटॉक पर प्रतिबंध नहीं लगाना चाहते है, क्योंकि इससे मेटा के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को फायदा होगा.
जुकरबर्ग ने की ट्रंप के हौसले की सराहना
हालांकि इससे कुछ दिनों पहले ही ट्रंप ने जुकरबर्ग को जेल भेजने की धमकी दी थी. दरअसल, उन्होंने 9 जुलाई को सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा था कि यदि मैं राष्ट्रपति बना तो धोखाधड़ी करने वालों को जेल भेज दूंगा. ऐसे में उनका ये इशारा जुकरबर्ग की तरफ ही माना जा रहा था. जिसके बाद जुकरबर्ग ने ब्लूमबर्ग से कहा कि गोली लगने के बाद डोनाल्ड ट्रंप को उठते हुए और अमेरिकी झंडे के साथ अपनी मुट्ठी को हवा में लहराते हुए देखना मेरे जीवन में अब तक देखी गई सबसे खतरनाक चीजों में से एक है.
जुकरबर्ग ने रिपब्लिकन का समर्थन से किया परहेज
वहीं, मार्क जुकरबर्ग ने अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए रिपब्लिकन का समर्थन करने से परहेज किया था. उन्होंने कहा था कि वह चुनाव में किसी भी उम्मीदवार का समर्थन नहीं करेंगे, न ही उनकी आगामी चुनाव में किसी भी तरह से शामिल होने की योजना है. हालांकि उन्होंने ये स्वीकार किया था कि ट्रंप कुछ अमेरिकियों के लिए बहुत पसंदीदा हैं.
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