India Pakistan Relation: भारत-पाकिस्तान में कश्मीर को लेकर हमेशा से ही तनातनी रही है. कई बार तो यह तनाव परमाणु हमले तक पहुंच जाता है. ताजे आकड़ों के मुताबिक, भारत के पास पाकिस्तान से ज्यादा परमाणु बम हैं, लेकिन फिर भी पाकिस्तान की टैक्टिकल न्यूक्लियर वेपन ने भारत की चिंता बढ़ा हुई है.
दरअसल, भारत के पास अभी कुल 172 परमाणु बम हैं, जबकि पाकिस्तान के पास 170 ही हैं. लेकिन ओआरएफ में रक्षा मामलों के विशेषज्ञ एमे वेलांगी और कार्तिक बोम्माकांती ने अपने एक लेख लिखा है कि पाकिस्तान के टैक्टिकल न्यूक्लियर वेपन भारत के परंपरागत सैन्य विकल्पों को सीमित कर देते हैं. 1947, 1965, 1971 और 1999 के कारगिल युद्ध में पाकिस्तान को हार का सामना करना पड़ा था. जिसके बाद से ही पाकिस्तान अपने इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने में जुटा हुआ है.
टैक्टिकल न्यूक्लियर वेपन की रेंज
विशेषज्ञों का कहना है कि यहीं वजह है कि पाकिस्तान ने टैक्टिकल न्यूक्लियर वेपन बनाए है. पाकिस्तान को उम्मीद है कि टैक्टिकल न्यूक्लियर वेपन के कारण भारत पीओके पर हमला नहीं कर पाएगा और पाकिस्तानी सेना इसकी धमकी भी देती है. पाकिस्तान अक्सर कहता है कि यदि भारत ने पीओके पर हमला किया तो वह टैक्टिकल न्यूक्लियर वेपन का इस्तेमाल करेगी.
ऐसे में एक्सपर्ट का मानना है कि यदि किसी देश पर परमाणु बमों से हमला किया जाता है तो लंबे समय तक रेडिएशन बना रहता है, मगर टैक्टिकल न्यूक्लियर वेपन कम रेंज के होते हैं और इनकी मारक क्षमता भी परमाणु हथियारों की अपेक्षा कम होती है. इसे जिस इलाके में तबाही मचानी हो, उसी जगह पर ही इस्तेमाल किया जा सकता है.
भारत के हमले का पाकिस्तान देगा जवाब
वहीं, पाकिस्तानी परमाणु हथियारों की देखभाल करने वाली संस्था के हेड लेफ्टिनेंट खालिद किदवई ने कहा कि परमाणु हथियार का उपयोग उस वक्त किया जाएगा, जब ब पाकिस्तान के ऊपर खतरा होगा. उन्होंने कहा कि यदि भारत हमला करता है तो हम भी उसका जवाब देंगे.
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