Mongla Port Deal: भारत ने चीन को मात देते हुए बांग्लादेश के मोंगला बंदरगाह के एक टर्मिनल पर के संचालन का अधिकार हासिल कर लिया है. भारत के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीतिक कामयाबी है, जिसका क्षेत्रीय गतिशीलता, खास तौर पर चीन को हिंद महासागर में काउंटर करने के लिए बड़ा प्रभाव है.
दरअसल, हाल ही में भारत ने विदेशी बंदरगाहों पर नियंत्रण पाने की कोशिशों को तेज कर दिया है. वहीं, मोंगला बंदरगाह बांग्लादेश का दूसरा सबसे बड़ा बंदरगाह है. यही वजह है कि भारत की यहां तक पहुंच बेहद ही महत्वपूर्ण बताया जा रहा है. फिलहाल, मोंगला पोर्ट के सौदे को लेकर अधिक जानकारी को सार्वजनिक नहीं किया गया है.
तीन बंदरगाहों पर भारत ने हासिल किया संचालन का अधिकार
बता दें कि मोंगला बंदरगाह ऐसा तीसरा बंदरगाह है, जिसपर हाल ही में भारत ने संचालन का अधिकार हासिल किया है. हालांकि इसके पहले भारत ने ईरान के चाबहार और म्यांमार के सिटवे बंदरगार पर परिचालन का अधिकार प्राप्त किया है. जिसमें से चाबहार बंदरगाह का पूरा विकास भारत ने ही किया है. वहीं, बोंगला पोर्ट के टर्मिनल का संचालन इंडियन पोर्ट ग्लोबल लिमिटेड (IGPL) के जरिए किया जाएगा.
मोंगला भारत के लिए अवसर
पूर्व भारतीय नौसेना अधिकारी कोमोडोर सी उदय भास्कर ने बताया कि मोंगला पोर्ट भारत के लिए एक बड़ा अवसर है. इस पोर्ट के जरिए भारत हिंदमहासागर के तटीय क्षेत्रों के लिए एक बंदरगाह पार्टनर के रूप में अपनी विश्वसनीयता स्थापित कर सकता है. उन्होंने बताया कि वैश्विक स्तर पर प्रमुख बंदरगाहों पर नियंत्रण किसी देश की अपनी समुद्री शक्ति की क्षमता को बढ़ा सकता है. उदय भास्कर ने चीन का उदाहरण देते हुए कहा कि कहा कि 63 देशों में 100 से अधिक बंदरगाहों में उसका स्पष्ट निवेश है.
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