GNSS based Toll Collection System: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने आज, बुधवार को बड़ी घोषणा की है. सरकार ने फास्टैग के साथ एक अतिरिक्त सुविधा के तौर पर पायलट आधार पर चुनिंदा नेशरल हाईवे पर वैश्विक नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (जीएनएसएस) आधारित टोल संग्रह प्रणाली को शुरू में लागू करने का फैसला लिया है. केंद्रीय मंत्री गडकरी ने सड़क मंत्रालय की ओर से आज राज्य सभा को यह जानकारी दी. खबर के अनुसार, एक लिखित उत्तर में, नितिन गडकरी ने कहा कि जीएनएसएस बेस्ड टोल के संबंध में पायलट अध्ययन कर्नाटक में NH-275 के बेंगलुरु-मैसूर खंड और हरियाणा में NH-709 के पानीपत-हिसार खंड पर किया गया है.
हितधारकों से परामर्श आयोजित किया गया
खबर के अनुसार, केंद्रीय मंत्री ने बताया कि 25 जून, 2024 को अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला के जरिए हितधारकों से सलाह लिया गया था और 7 जून, 2024 को व्यापक औद्योगिक परामर्श के लिए वैश्विक अभिरुचि अभिव्यक्ति (ईओआई) आमंत्रित की गई थी, जिसकी आखिरी तारीख 22 जुलाई, 2024 है. एक अलग सवाल का जवाब देते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि एक्सप्रेसवे/हाई स्पीड हाईवे के प्रावधान के साथ रसद में सुधार के लिए राष्ट्रीय राजमार्गों के लिए मास्टर प्लान सड़क मंत्रालय द्वारा प्रधानमंत्री गतिशक्ति फ्रेमवर्क के तहत ई-वे बिल (जीएसटी), टोल और ट्रैफिक सर्वे के आंकड़ों के विश्लेषण के साथ परिवहन मॉडल का इस्तेमाल करके तैयार किया गया है.
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