PV Sindhu ओलंपिक में रच सकती हैं इतिहास, इस मामले में बन जाएंगी पहली खिलाड़ी

भारत की बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु लगातार तीसरे ओलंपिक खेलों में पदक जीतकर इतिहास रच सकती हैं. इसके लिए वह कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही. लक्ष्य पाने के लिए कुछ महीनो से वह कड़ा अभ्यास कर रही हैं. 

सिंधु कुछ समय से अच्छे फॉर्म में नहीं हैं, लेकिन बीते 8 महीने प्रकाश पादुकोण के साथ बिताने से उनका आत्मविश्वास बढ़ा है. वह लगातार तीसरा पदक जीतने के लिए तैयार हैं.

इसको लेकर न्यायाधीश गुंजन गुप्ता ने 19 जुलाई, 2024 को ध्रुव राठी और सोशल मीडिया बिचौलियों को 6 अगस्त के पेश होने के लिए समन और सीपीसी के नियम 1 और 2 के तहत नोटिस जारी किया.

पीवी सिंधु ने पोर्टे डे ला चैपल एरिना में अभ्यास सत्र के बाद कहा, 'निश्चित रूप से पदक जीतना मेरा लक्ष्य है. ये पहला हो या दूसरा या तीसरा, ये मायने नहीं रखता. मैंने 2 पदक जीते हैं. मैं तीसरे पदक के बारे में सोच कर खुद पर दबाव नहीं बनना चाहती हूं.'

पीवी सिंधु ने कहा, 'जब भी मैं ओलंपिक में भाग लेती हूं तो वह मेरे लिए नया ओलंपिक होता है. इसलिए मैं जब भी ओलंपिक में खेलने के लिए उतरती हूं तो मेरा लक्ष्य पदक जीतना होता है. उम्मीद है कि जल्द हैट्रिक लगऊंगी.'

दरअसल, पेरिस आने से पहले सिंधु ने जर्मनी के सारब्रुकेन में स्पोर्टकैंपस सार में अभ्यास किया. वहां की समुद्र तल से ऊंचाई, मौसम और परिस्थितियां फ्रांस की राजधानी के समान हैं. 

परिस्थितियों से तालमेल बिठाने को उन्होंने कमरे में एक हाइपोक्सिक चैंबर बनाया. कुछ दिनों तक वह वहीं सोईं. हाइपोक्सिक चैंबर खिलाड़ी के शरीर को अधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर खेलने के लिए तैयार करने में मदद करते हैं. 

सिंधु ने कहा, 'मैं अभ्यास के लिए अधिक ऊंचाई वाले स्थान पर नहीं जा सकती थी. मेरे पास बहुत अधिक समय नहीं था और इसलिए मैंने सोचा कि कहीं और जाने से बेहतर होगा कि यहीं उस तरह की परिस्थितियां तैयार की जाएं.'

इस स्टार भारतीय खिलाड़ी ने कहा कि उन्होंने अपने स्ट्रोक्स में सुधार किया है और लंबी रैलियों में वह पहले से बेहतर प्रदर्शन कर रही है. पीवी सिंधु से पूछा गया कि पादुकोण के साथ अभ्यास करने से उन्हें क्या अंतर महसूस हुआ.

उन्होंने कहा,‘स्ट्रोक में बहुत अधिक आत्मविश्वास होना. महिला एकल में अब बहुत लंबी रैलियां और लंबी अवधि के मैच होते हैं और मैंने खुद को उनके लिए तैयार किया है.’ 

सिंधु ने कहा,'हर प्रतिद्वंदी के खिलाफ आपको अलग शैली अपनानी पड़ती है. सही समय पर सही स्ट्रोक लगाना आवश्यक है. प्रकाश सर ने इसपर जोर दिया. हमने इसपर काम किया. काफी सुधार हुआ, जो आपको कोर्ट पर नजर आएगा.'