Iran News:विमान दुर्घटना में ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत के बाद जनता ने 5 जुलाई को मसूद पेजेशकियन को अपना नेता चुना था. हालांकि अभी तक उन्होंने पद भार संभाला नहीं है. लेकिन मसूद पेजेशकियन कल यानी मंगलवार को ईरान के नौंवे राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे. इसके लिए ईरान के सुप्रीम लीडर ने इजाजत दे दी है. दरअसल, ईरान में राष्ट्रपति पद की शपथ सुप्रीम लीडर की अनुमति के बाद ही दिलाई जाती है. रविवार को सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने सुधारवादी मसूद पेजेशकियन को आधिकारिक रूप से समर्थन दे दिया है.
सुप्रीम लीडर ने पेजेशकियन को दिया समर्थन
ईरानी सुप्रीम लीडर खामेनेई ने जनता का जनादेश मानते हुए मसूद पेजेशकियन को राष्ट्रपति नियुक्त कर दिया है. सुप्रीम लीडर के ऑफिस की ओर से बयान जारी कर कहा गया कि मैं बुद्धिमान, लोकप्रिय, ईमानदार और विद्वान पेजेशकियन के लिए वोट का समर्थन करता हूं. मैं उन्हें इस्लामी गणराज्य ईरान के राष्ट्रपति के तौर पर नियुक्त करता हूं. वहीं एक बड़े समारोह में आधिकारिक रूप से इसका एलान भी हो गया है. खामेनेई ने रविवार को एक समारोह के दौरान ईरान के नए राष्ट्रपति के रूप में मसूद पेजेशकियन को समर्थन दिया है.
अकेले सुधारवादी उम्मीदवार
सुधारवादी नेता पेजेशकियन से लोगों को उम्मीद हैं कि वे ईरान में कई बदलाव लेकर आएंगे. बता दें कि इस चुनाव में सिर्फ पेजेशकियन ही सुधारवादी उम्मीदवार थे. दूसरे सुधारवादी दावेदारों के आवेदन को गर्जन काउंसिल ने कैंसिल कर दिया था. गार्जन काउंसिल ही राष्ट्रपति पद के लिए कैंडिडेट्स तय करती है. ये काउंसिल सीधे तौर पर ईरान के सुप्रीम लीडर से जुड़ी है. इस काउंसलि को कंजरवेटिव माना जाता है. ऐसे में सुधारवादी प्रत्याशियों को अप्रूवल मिलना आसान नहीं है.
एक्शन में आए मसूद पेजेशकियन
राष्ट्रपति पद की शपथ लेने से पहले ही पेजेशकियन ने काम शुरू कर दिया है. उन्होंने सुप्रीम लीडर से राष्ट्रपति पद पर बैठने की अनुमति मिलने के बाद ही अपना उपराष्ट्रपति चुन लिया है. उन्होंने 73 साल के सुधारवादी नेता मोहम्मद रजा आरिफ को उप राष्ट्रपति बनाया है.
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