इसराइल के खिलाफ 2 कट्टर दुश्मन देश हुए साथ, भारी कीमत चुकाने की ईरान ने दी धमकी
गाजा से जंग के बीच इसराइल को झटका लगा है. ऐसा इसलिए क्योंकि ईरान, सऊदी अरब और मिस्र से नजदीकियां बढ़ रही हैं.
इसराइल का मिस्र से अच्छा संबंध हैं. बाकी 2 देश इसराइल के कट्टर दुश्मन हैं. ऐसे में इनका साथ आना इसराइल के लिए बड़ा खतरा बन सकता है.
राजनीतिक जानकारों की मानें, तो ईरान इसराइल की घेराबंदी कर रहा है. एक ओर लेबनान, दूसरी तरफ गाजा से इसराइल की घेराबंदी की है. माना जा रहा है दोनों देश इसराइल पर कहर बनकर टूट सकते हैं.
वहीं, इसराइल गाजा में जंग लड़ रहा है. इस बीच ईरान, सऊदी अरब और मिस्र दोस्ती को बेचैन हैं. बता दें कि इरान और मिस्र के बीच जल्द राजनीतिक संबंध बहाल हो जाएंगे.
न्यूज एजेंसी शिन्हुआ ने ईरानी राष्ट्रपति कार्यालय की वेबसाइट पर प्रकाशित बयान के हवाले से जानकारी दी है. दरअसल, मंगलवार को तेहरान की बैठक में ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान और मिस्र के विदेश मंत्री बद्र अब्देलात्ती ने द्विपक्षीय संबंधों पर बात की.
ईरानी राष्ट्रपति ने कहा, "ईरान और मिस्र 2 ऐसे देश हैं, जिनके बीच भाईचारे का रिश्ता है. दोनों देशों के लोग की एक दूसरे में गहरी दिलचस्पी है.
उन्होंने दोनों देशों की प्राचीन और गौरवशाली सभ्यता को बताया. इस दौरान उन्होंने उम्मीद जताई कि दोनों देशों के बीच संबंधों को सामान्य बनाने में आ रही समस्याओं का जल्द निराकरण होगा.
राष्ट्रपति ने कहा, "ईरान और मिस्र मिलकर इलाके की कई समस्याओं का समाधान कर सकते हैं. साथ ही अनुभव और क्षमता का आदान-प्रदान कर सकते हैं.
मामले में मिस्र के विदेश मंत्री ने जानकारी दी. उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने दूसरे देशों के मामलों में हस्तक्षेप न करने, बहुपक्षीय अंतरराष्ट्रीय प्रणाली और मानवीय अधिकारों की रक्षा जैसे मुद्दों पर करीबी रुख अपनाया है.
दोनों देशों में संबंध को सामान्य बनाने की प्रक्रिया चल रही है. उम्मीद है कि जल्द ही दोनों देश एक दूसरे का सहयोग करेंगे, ताकि आपसी हितों की रक्षा हो सके.
आपको बता दें कि ईरान व मिस्र ने साल 1980 में राजनयिक संबंध तोड़ लिए थे. बीते कुछ माह में दोनों देशों ने कुछ मुद्दों पर मतभेदों को सुलझाकर संबंधों को सुधारने की इच्छा जताई है.
ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने ईरान और सऊदी अरब के बीच मतभेद पैदा करने के लिए "दुश्मनों और शुभचिंतकों" के जरिए की जा रही साजिशों के खिलाफ चेतावनी दी है.
पेजेशकियन ने कहा, "दुश्मन ईरान और सऊदी के प्रति बुरा चाहने वाले लोग मतभेद पैदा करना चाहते हैं. ईरान और सऊदी अरब को सतर्कता के साथ एकता से इन साजिशों को विफल करना चाहिए."