Sri lanka: कच्चातीवु द्वीप के उत्तर में करीब 5 समुद्री मील की दूरी पर भारतीय मछुआरों की टक्कर एक श्रीलंकाई नौसैनिक पोत से हो गई, जिससे एक मछुआरे की मौत हो गई, जबकि एक अन्य लापता हो गया है. हादसे के वक्त नाव में कुल चार मछ़आरे सवार थें.
इसपर भारतीय विदेश मंत्रालय ने श्रीलंका के समक्ष कड़ा विरोध किया है. इसके अलावा, जाफना में भारतीय महावाणिज्य दूत साई मुरली ने कायट्स पुलिस स्टेशन का दौरा कर बचाए गए दो मछुआरे मुथुमुनियांदु और मूकैया से मुलाकात की. इसके अलावा उन्हें हर संभव मदद करने का आश्वासन भी दिया.
नाव को कब्जें में लेने की कोशिश
भारतीय विदेश मंत्रालय ने श्रीलंका के कार्यवाहक उच्चायुक्त को तलब किया. उन्होंने कहा कि श्रीलंकाई नौसेना ने इस नाव को अवैध रूप से मछली पकड़ने के लिए कब्जे में लेने की कोशिश की. तभी नाव पलट गई और उसमें सवार चारों मछुआरे समुद्र में गिर गए. फिलहाल दो लोगों को सुरक्षित बचाकर कांकेसंथुराई तट पर ले जाया गया है, जबकि लापता भारतीय मछुआरे की तलाश की जा रही है.
पीडित परिवारों को 10 लाख रूपये देने का ऐलान
वहीं, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने मृतक के परिजनों को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है. इस मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरते हुए उन्होंने कहा कि अगर वक्त रहते दूतावास इस मुद्दे पर कार्रवाई करता तो इस तरह की घटनाएं सामने आतीं ही नहीं. इसके अलावा स्टालिन ने इस मामले को केंद्र के समक्ष उठाने की भी बात कही है.
हाई लेवल पर उठाए जाते है मुद्दे
वहीं, विदेश मंत्रालय ने कहा कि सरकार भारतीय मछुआरों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है. भारतीय मछुआरों से संबंधित मुद्दे नियमित रूप से श्रीलंका के साथ हाई लेवल पर उठाए जाते है. वहीं, इससे पहलें बृहस्पतिवार को श्रीलंका में भारतीय उच्चायोग और जाफना में महावाणिज्य दूतावास ने श्रीलंका के 20 मछुआरों की रिहाई सुनिश्चित की.