Delhi/Lucknow: उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री सांसद डा. दिनेश शर्मा ने कहा कि बांगला देश की परिस्थिति पर जो लोग बयानबाजी कर रहे हैं उन्हें यह पता नही है कि वर्तमान में भारत का नेतृत्व मोदी जैसे सशक्त प्रधानमंत्री के हाथ में है जिनके अंदर दृढ़ इच्छा शक्ति है तथा भारत का ऐसा गौरवशाली इतिहास रहा है कि यहां से सिकन्दर को भी हारकर जाना पड़ा था। सांसद शर्मा ने यह टिप्पणी तब की जब उनका ध्यान एक पत्रकार ने कांग्रेस के एक नेता की ओर आकर्षित किया गया जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि बांगला देश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की गलत नीतियो और प्रधानमंत्री मोदी की गलत नीतियों के कारण वर्तमान परिस्थिति पैदा हुई है।
उन्होंने कहा कि जो लोग इस प्रकार का बयान दे रहा है उसे उन्होंने सुना तो नही हैे किंतु यदि उन्होंने ऐसा बयान दिया है तो उनकी सोंच पर उन्हें (डा. शर्मा को) तरस आता है। उन्होंने कहा कि सब जानते है कि ’’मोदी हैं तो मुमकिन है’’। एक प्रश्न एक उत्तर में उन्होंने कहा की भारत की ’’विदेश नीति अच्छी और संतुलित है तथा जयशंकर जैसे कुशल विदेश मंत्री है। मोदी का सबल नेतृत्व है जो सबकी आशाओं का केन्द्र हैं। विपक्ष आज चेतनाशून्य है और बोलने से डर रहा है।’’ हाल में जो बांगला देश में महिलाओं पर अत्याचार हो रहा है, हिन्दू मारे जा रहे हैं। उनके घर जलाए जा रहे हैं तथा उनके घरों को लूटा जा रहा है।यह चिन्ताजनक है क्योकि भारत का पड़ोसी देश बांगला देश है। उसके साथ भारत के बहुत अच्छे एवं मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं। उन्होंने कहा वहां पर 13-14 प्रतिशत हिन्दू है।
हिन्दू वहां पर अल्पसंख्यक है और उनकी सुरक्षा हो यह भारत सरकार की चिंता का विषय है। उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रधानमंत्री के निर्देशन में विदेश मंत्री का जो ’’स्टैंड’’ है उससे सब ठीक ही होगा किन्तु जो छद्मवेशी तथा कथित धर्म निरपेक्ष नेता जो हर बात पर चिल्लाते हैं वे तब भी मौन हैं जब कि बांगला देश में हिन्दुओं के घर जलाए जा रहे हैं उन्हें मारा जा रहा है तथा महिलाओं के साथ बदसलूकी की जा रही है।उन्होंने कहा कि वहां चूंकि हिन्दू अल्पसंख्यक हैं इसलिए विरोधी दल के नेता उनके बारे में एक शब्द नही बोल रहे हैं। भारत ने तो अन्य राष्ट्रों में जहां युद्ध हुआ है अपने नागरिकों की रक्षा की है। बांगला देश के भारतीयों की सुरक्षा भी भारत करना जानता है आवश्यकता पड़ने पर उन्हें यथासंभव मदद भारत कर रहा है अन्य राष्ट्रों के युद्ध में भारत ने अपने नागरिकों की रक्षा की है।