Sajeeb Wajed: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के ढाका के छोड़ने से पहले की हुई कुछ बातों का उनके बेटे सजीब वाजेद जॉय ने खुलासा किया है. उन्होंने बुधवार को एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि उनके परिवार को ढाका से भागने के लिए मनाना पड़ा था. क्योंकि उनकी मां देश नहीं छोड़ना चाहती थीं. उन्होंने अपनी मां से कहा था कि भीड़ उन्हें मार डालेगी.
जॉय ने कहा कि मैं इसलिए चिंतित नहीं था कि वो बांग्लादेश छोड़ रही थीं, बल्कि इसलिए कि वह बांग्लादेश नहीं छोड़ना चाहती थीं, लेकिन हमें उन्हें समझाना पड़ा. मैंने कहा कि यह अब कोई राजनीतिक आंदोलन नहीं है, यह एक भीड़ है…वे तुम्हें मार देंगे. इसके अलावा उन्होंने शेख हसीना द्वारा अमेरिका या यूके में शरण मांगने के खबरों को भी खारिज कर दिया. जॉय ने कहा कि शेख हसीना कुछ समय के लिए दिल्ली में रहेंगी.
एक दिन पहले ही लिया था फैसला
जॉय ने बताया कि इस्तीफा देने का फैसला एक दिन पहले ही ले लिया गया था, लेकिन उन्हें इस्तीफा देने के लिए मजबूर होना पड़ा, क्योंकि प्रदर्शनकारियों ने उनके घर की तरफ मार्च करना शुरू कर दिया था. उन्होंने कहा कि हममें से कुछ ही लोग जानते थे कि वह घोषणा करेंगी कि वह इस्तीफा दे रही हैं और उनकी योजना संविधान के अनुसार सत्ता का हस्तांतरण सुनिश्चित करने की थी, लेकिन प्रदर्शनकारी जब पीएम आवास की ओर बढ़ने लगे तो हमने डर के मारे कहा कि अब और समय नहीं है. आपको अब यहां से चले जाना चाहिए.
भारत से कहीं और जाने का नहीं किया फैसला
जॉय ने कहा कि उनकी मां ने भारत से कहीं और जाने का फैसला नहीं किया है. वह बहुत परेशान हैं. शेख हसीना स्वस्थ हैं और अब दिल्ली में हैं. मेरी बहन उनके साथ है. वहीं, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को एक सर्वदलीय बैठक में कहा कि शेख हसीना सदमे की स्थिति में हैं और सरकार ने उनकी योजनाओं पर चर्चा करने से पहले उन्हें समय दिया है.
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